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Britain News: कोयले से बिजली का उत्पादन करने वाली ये सारी चिमनियां 2030 तक हो जाएंगी

All these chimneys producing electricity from coal will be gone by 2030

Britain News: ब्रिटेन नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन (UK Net Zero Carbon Emissions) को लेकर काफी प्रतिबद्ध नजर आ रहा है। इसके तहत उसने ऊर्जा के मुख्य स्रोत कोयले (Source Coal) से चलने वाली चिमनियों (Fireplaces) को बंद करने का ऐलान किया है। खबर है कि कोयले से बिजली (Electricity from Coal) बनाने वाली ये सभी चिमनियां 2030 तक बंद हो जाएंगी। हैरान करने वाली बात यह है कि ये वही चिमनियां हैं जिनसे 142 साल पहले 18वीं सदी में ब्रिटेन की औद्योगिक क्रांति (Britain’s Industrial Revolution) का जन्म हुआ था।

मध्य इंग्लैंड (Central England) में रैटक्लिफ-ऑन-सोअर प्लांट (Ratcliffe-on-Soar Plant) सोमवार आधी रात को अपना 142 साल का सफर खत्म कर देगा। आपको बता दें कि यह वही पावर प्लांट (Power Plant) है जो आधी सदी (Half Century) से भी ज्यादा समय से कोयले को बिजली में बदलकर ब्रिटेन की एक बड़ी आबादी को ठंड से बचाता आ रहा है। सरकार के इस फैसले से इस पावर प्लांट के मैनेजर (Power Plant Manager) पीटर ओ’ग्रेडी (Peter O’Grady) काफी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि यह काफी भावुक करने वाला दिन है।

एक युग के अंत का प्रतीक

पीटर ओ’ग्राडी ने एपी से कहा, ‘जब मैंने 36 साल पहले अपना करियर शुरू किया था, तो हममें से किसी ने भी अपने जीवनकाल में कोयले के बिना ब्रिटेन के भविष्य (बिजली उत्पादन) की कल्पना नहीं की थी।’ वहीं, ऊर्जा मंत्री माइकल शैंक्स (Energy Minister Michael Shanks) ने प्लांट के बंद होने को “एक युग के अंत का प्रतीक” बताया। उन्होंने कोयला प्लांट के कर्मचारियों की 140 साल से अधिक की सेवा पर गर्व जताया। उन्होंने कहा कि हमारी पीढ़ियां हमेशा उनकी आभारी रहेंगी।

कोयले को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने वाला ब्रिटेन पहला जी-7 देश (G-7 Countries) है शैंक्स ने कहा, ‘कोयले का युग भले ही खत्म हो रहा हो, लेकिन हमारे देश के लिए अच्छी ऊर्जा नौकरियों का एक नया युग भी शुरू हो रहा है।’ आपको बता दें कि इस शटडाउन के साथ ही ब्रिटेन जी-7 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं (Major Economies) में कोयले को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने वाला पहला देश बन जाएगा। हालांकि स्वीडन (Sweden) और बेल्जियम (Belgium) समेत कुछ अन्य यूरोपीय देश (European Countries) पहले ही इस दिशा में कदम उठा चुके हैं।

आइये आपको ब्रिटेन में कोयला आधारित बिजली संयंत्रों के बारे में बताते हैं-

  • दुनिया का पहला कोयला-आधारित बिजली संयंत्र, एडिसन इलेक्ट्रिक लाइट स्टेशन, 1882 में लंदन में खोला गया।
  • रैटक्लिफ़-ऑन-सोअर प्लांट काफी ऐतिहासिक है। 1967 में स्थापित इस 199 मीटर ऊंचे पावर प्लांट को देखने आज भी लोग आते हैं।
  • आपको बता दें कि 1990 में ब्रिटेन की करीब 80 फीसदी बिजली कोयले से आती थी।
  • 2012 तक यह 39 प्रतिशत तक गिर गया था। 2023 तक यह सिर्फ़ 1 प्रतिशत रह गया। अब यहाँ पवन और सौर ऊर्जा से बिजली बनाई जाती है।
  • प्राकृतिक गैस और परमाणु ऊर्जा से भी बिजली का उत्पादन किया जाता है।
Chanchal Gole

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