Bharat Jodo Nyay Yatra Update: क्या राहुल की मुंबई रैली में शामिल होंगी विपक्षी पार्टियां ?
Bharat Jodo Nyay Yatra Update: 17 मार्च को मुंबई में राहुल गाँधी की भरता जोड़ो न्याय यात्रा के समापन पर मेगा रैली का आयोजन किया गया है। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि क्या इंडिया गठबंधन से जुडी सभी विपक्षी पार्टियां इस मेगा रैली में शामिल होगी ? यह बात और है कि इस रैली में शामिल होने के लिए सभी विपक्षी पार्टियों को न्योता भेजा गया है। लेकिन जिस तरह से देश के कई इलाकों में विपक्षी पार्टियां जिस तरह का खेला करती दिख रही है उससे यह सवाल उठने लगा है कि क्या इस रैली में इंडिया गठबंधन के सब ही दल शामिल होंगे ?
बता दें कि पिछली बार जब राहुल गाँधी ने भारत जोड़ो रैली का समापन जम्मू कश्मीर में किया था तो उस समय भारी बर्फ़बारी हो रही है। कांग्रेस ने सभी विपक्षी दलों को जम्मू कश्मीर के समापन कार्यक्रम में न्योता दिया था लेकिन दो चार पार्टियों को छोड़कर अधिकतर विपक्षी पार्टियां उस रैली में शामिल नहीं हुई थी। इसी वजह से अब सवाल उठने लगे हैं कि इस बार मुंबई की रैली में विपक्षी पार्टियों का जमाववाड़ा होगा या नहीं।
हालांकि महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन के भीतर अभी तक कोई फुट नहीं है। सभी पार्टियां एक जुट है और सीटों का बंटवारा भी लगभग तय हो चुका है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि एमवीए से जुडी पार्टियां तो इसमें शामिल हो सकती है। संभव है कि वाम दाल भी इस रैली में शामिल हो जाए। लेकिन और पार्टियां इसमें शामिल होंगी या नहीं इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल रही है।
यह भी बता दें कि पहले 11 मार्च को इंडिया गठबंधन की रैली होने वाली थी लेकिन यह नहीं हुआ। इससे पहले ही 2 मार्च को पटना में राजद की तरफ से रैली की गई जिसमे कई पार्टियां शामिल हुई। बिहार की सभी विपक्षी पार्टियां तो इस रैली में शामील थी ही, कांग्रेस के भी सभी शीर्ष नेताओं ने इस रैली में भाग लिए था और अब मुंबई की बारी है। अगर मुंबई में सभी पार्टियां शामिल होती है, तो इस बात की सम्भावना होगी कि अब सब मिलकर ही चुनाव लड़ेंगे।
मुंबई की मेगा रैली में सभी विपक्षी पार्टियां हिस्सा ले यह कांग्रेस की सोंच है। कांग्रेस चाहती है कि मुंबई की रैली में सभी मिलकर चुनाव का आगाज करे और जीत पाने का भरोसा जनता को दे। लेकिन अभी तक विपक्षी पार्टियों की तरफ से रैली में शामिल होने की खबर सामने नहीं आयी है। अगर सभी विपक्षी पार्टियां इसमें शामिल होती है तो एक बड़ा मैसेज देश को दिया जा सकता है।
अगर इस रैली में विपक्षी दलों के सभी बड़े नेता भाग लेते हैं तो यह माना जा सकता है कि विपक्षी एकता अभी भी मजबूत है। देखने की बात तो यह होगी कि इस रैली में ममता बनर्जी हिस्सा लेती है या नहीं। पिछले दिनों ममता ने बंगाल में सभी 42 सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा किया है। जाहिर है कांग्रेस को टीएमसी ने कोई सीट नहीं दि है। अब कांग्रेस आगे क्या करेगी यह भी देखना बाकी है। अगर ममता इस रैली में शामिल होती है तो एक बड़ी बात होगी और इस बात की सम्भावना बढ़ेगी कि चुनाव के बाद जो भी परिणाम आएंगे उसमे ममता का इरादा नहीं बदलेगा।