Akhilesh Yadav’s Tweet: अखिलेश यादव ने Social media अकाउंट X पर एक बयान दिया जिसके बाद सोशल मीडिया पर हलचल मच गई है। उन्होंने ऑफर दिया है कि 100 विधायक लेकर आओ… सीएम बनने के लिए SP समर्थन देगी।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा में राजनीतिक चर्चाओं के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा है कि मानसून ऑफर है-100 लाओ और सरकार बनाओ। इसके साथ ही तरह-तरह की राजनीतिक चर्चाओं के बीच दिल्ली (delhi) से केशव के लखनऊ लौटने पर अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा- लौट के बुद्धू घर को आए।
जानकारी के मुताबिक 17 जुलाई यानि बुधवार को केशव प्रसाद मौर्य ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्हें सपा बहादुर बताया था और कहा था कि यूपी और केंद्र दोनों जगह शक्तिशाली प्रशासन है। 2017 की तरह ही 2027 में भी हम उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएंगे। उन्होंने सपा के पीडीए को ‘विश्वासघाती’ बताया था।
BJP कार्यसमिति की बैठक में सामने आई थी कलह
हाल ही में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई थी। जिसमें भाजपा नेताओं के बीच कलह खुलकर सामने आई थी। यहां डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा था कि सरकार से बड़ा संगठन है। कार्यकर्ताओं का दर्द मेरा दर्द है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा था कि लोकसभा चुनाव (Loksabha election) में अति आत्मविश्वास ने बीजेपी को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा था, “2014 और उसके बाद के चुनावों में बीजेपी को जितने प्रतिशत वोट मिले थे, बीजेपी 2024 में भी उतने ही वोट पाने में सफल रही है, मगर वोट शिफ्टिंग और अति आत्मविश्वास ने हमारी उम्मीदों को नुकसान पहुंचाया है।”
केशव मौर्य से की नड्डा ने मुलाकात
उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली बुलाया है। सूत्रों की मानें तो उन्हें बताया गया है कि यूपी में संगठन और सरकार को मिलकर काम करना चाहिए, इस पर काम करने की जरूरत है और कोई भी ऐसा सार्वजनिक बयान नहीं दिया जाना चाहिए जिससे लगे कि पार्टी में अंदरूनी मतभेद है। उनके साथ उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को भी दिल्ली बुलाया गया था। पार्टी नेतृत्व को यूपी में मिली असफलता पर भूपेंद्र चौधरी के आकलन की समीक्षा मिल गई है। उन्होंने अपनी 15 पन्नों की रिपोर्ट में यूपी में पार्टी की असफलता के कारण बताए हैं।
UP में 10 सीटों पर होंगे उपचुनाव
भाजपा का फोकस यूपी के दस विधानसभा उपचुनाव हैं। इसके लिए पार्टी जोर-शोर से तैयारी में जुटी है। इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी ने इन विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी संभाल रहे कैबिनेट मंत्रियों की बैठक बुलाई। इसमें उपचुनाव की रणनीति पर चर्चा की गई।