नई दिल्ली: करीब 4.11 करोड रुपये के अवैध लेन देने के मामले में गिफ्तार किये गये दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने सत्येन्द्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का मांग पर 9 जून तक कस्टडी में सौंप दिया गया है।
सत्येन्द्र जैन पर आरोप है कि 2015-16 में हवाला के माध्यम से कोलकाता की एक फर्म से चार अवैध कंपनी बनाकर गैर कानूनी तरीके से 4.81 करोड़ रुपये प्राप्त किये थे। इस भूमि से सत्येन्द्र जैन ने दिल्ली, गाजियाबाद और आसपास के इलाको में जमीन, प्लाट खरीदे थे। इस मामले में वर्ष 2017 में केस दर्ज कराया गया था। प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें सात बार समन जारी किया था, लेकिन वे ईडी के सामने उपस्थित नहीं हुए थे।
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यह दूसरी बार है जब सत्येन्द्र जैन को इस प्रकरण में गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने इस मामले में उन्हें 2017 में गिरफ्तार किया गया था। जबकि सीबीआई ने अपनी जांच करने के बाद दिसम्बर, 2018 को अदालत में चार्जशीट दाखिल की गयी है। यह मामला अभी विचारधीन है।
माना जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सत्येन्द्र जैन से कई बिन्दुओं पर पूछताछ करेगी और कई इसमें कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। पूछताछ में उनके बताये गये तथ्यों की जांच के लिए ईडी कई जगहों पर ले जा सकता है और संबंधित लोगों से उनका मुकाबला कराया जा सकता है। इसी कारण 9 जून तक के लिए कस्टडी में दिया गया है।