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ENG VS PAK T20: क्या पाकिस्तान दोहराएगा इतिहास या इग्लैंड करेगा 1992 का हिसाब बराबर?

पाक मीडिया का दावा ये है कि, इस टी 20 विश्व कप (ENG VS PAK T20) में पाकिस्तान के साथ वो सबकुछ हुआ है जो ऑस्ट्रेलिया/न्यूजीलैंड में हुए 1992 वनडे विश्व कप में हुआ था.

नई दिल्ली: टी 20 विश्व कप का फाइनल मुकाबला मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (ENG VS PAK T20) में रविवार (13 नवंबर) को पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच खेला जाना है. पाकिस्तान जहां न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल में आई है वहीं इंग्लैंड ने भी इंडिया को रौंदकर फाइनल में जगह बनाई है. मेलबर्न में होने वाले फाइनल मुकाबले के काफी रोमांचक और दिलचस्प होने की उम्मीद है. लेकिन मुकाबले से पहले पाकिस्तान की तरफ एक दावा किया जा रहा है. और उस दावे के मुताबिक इस T20 WC का विजेता पाकिस्तान बनने जा रहा है.

क्या हुआ था 1992?

पाक मीडिया का दावा ये है कि, इस टी 20 विश्व कप (ENG VS PAK T20) में पाकिस्तान के साथ वो सबकुछ हुआ है जो ऑस्ट्रेलिया/न्यूजीलैंड में हुए 1992 वनडे विश्व कप में हुआ था. जैसे लीग चरण के पहले 2 मैच हारना, सेमीफाइनल के लिए दूसरी टीम पर निर्भर होना, सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को हराना और फिर फाइनल में मेलबर्न में ही इंग्लैंड को हराकर चैंपियन बनना.

इस विश्व कप में भी पाक शुरुआती 2 मैच हारी, नीदरलैंड के रहमो करम से सेमीफाइनल में पहुँची, सेफा में न्यूजीलैंड को हराया. चुकी मेलबर्न में होने वाले फाइनल में पाक को इंग्लैंड से ही भिड़ना है इसलिए पाकिस्तान ये मानकर चल रहा है कि 1992 का इतिहास एकबार फिर वे दुहराएंगे और मेलबर्न में इंग्लैंड को हराकर दूसरी बार T20 के चैंपियन बनेंगे. ये हो भी सकता है लेकिन ये ही होगा इसकी कोई गारंटी नहीं है.

यह भी पढ़ें: T20 World Cup: इग्लैंड को सपोर्ट कर बुरे फंसे पाक पीएम, पाकिस्तानी आवाम ने जमकर लताड़ा

1992 का बदला लेगा इग्लैंड

इतिहास के हो रहे दुहराव में पाकिस्तान शायद ये भूल रहा है कि मौजूदा इंग्लैंड टीम 1992 वाली इंग्लैंड की टीम से काफी अलग है. 1992 वो दौर था जब क्रिकेट की जन्मदाता रही इंग्लैंड की टीम वनडे क्रिकेट की कमजोर टीमों में आंकी जाती थी और लगभग 5 साल पहले तक इंग्लैंड को वनडे या टी 20 फॉर्मेट की टॉप टीम नहीं माना जाता था. बेशक इंग्लैंड ने 2010 में टी 20 विश्व कप जीता था बावजूद इसके इंग्लैंड सीमित ओवर के क्रिकेट में फेवरेट टीम नहीं रही है. 5 साल पूर्व तक इंग्लैंड 50 ओवरों के खेल में मुश्किल में 270 से उपर का आंकड़ा छू पाती थी और उसके पास बल्लेबाज 100 गेंदों पर 80 रन वाले थे.

लेकिन पिछले 5 सालों में इंग्लैंड की टीम ने वनडे और T20 में जितना खुद को इम्प्रूव किया है उतना शायद ही किसी टीम ने किया हो. मोर्गन, बटलर, हेल्स, रॉय, मलान, स्टोक्स जैसे खिलाड़ियों ने इंग्लैंड की वनडे क्रिकेट के प्रति अप्रोच ही बदल दी है. मार्गन बेशक संन्यास ले चुके हैं लेकिन बाकी के बल्लेबाज 40 गेंदों में 100 बनाने और 20 ओवर के मैच में 250 रन बनाने और चेज करने की क्षमता रखते है.चाहे टीम या वेन्यू कोई भी हो. यही वजह है कि 2019 में इंग्लैंड पहली बार वनडे विश्व कप विजेता बनी और उसका धमाका लगातार जारी है. जो इंडिया के खिलाफ सेमीफाइनल में भी दिखा.

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Ashok Kumar

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