जबलपुर। मध्य प्रदेश की जबलपुर ब्रांच की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की टीम ने बृहस्पतिवार को बिशप विशप पीसी सिंह के आवास और कार्यालय पर छापेमारी की। वहां से पुलिस को 1.70 की नकदी मिली, जिनको गिनने के लिए भारतीय स्टेट बैंक से नोट गिनने की मशीनों को मंगवाना पड़ा।
बिशप पीसी सिंह द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया के चेयरमैन हैं। आर्थिक अपराध शाखा में एक शिकायती पत्र में मिला था, जिसमें आरोप लगाया था कि बिशप पीसी सिंह पर कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर चेयरमैन का पद छीना है। उन्होने ईसाई मिशनरी की एजूकेशन संस्था में पढने वाले बच्चों की फीस के 2.70 करोड़ रुपये धार्मिक संस्थाओं को देने और निजी उपयोग में खर्च करने का आरोप लगाया गया था।
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आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने जब इन आरोपों की जांच की तो 2005 से लेकर 2012 के बीच 2.70 करोड़ रुपये धार्मिक संस्थाओं को ट्रांसफर करना पाया गया, साथ ही इसमें से काफी रकम उसने अपने निजी प्रयोग में ही खर्च की थी। बिशप पर लगाये गये सारे आरोप सही पाये जाने के बाद अपराध शाखा ने बिशप पीसी सिंह व तत्काल अस्सिटेंट रजिस्ट्रार फर्म्स एंड संस्थाएं जबलपुर वीएस सोलंकी के खिलाफ आईपीसी की धारा 406,420,468,471 और 120 के तहत मामला दर्ज कराया था।
अब इस मामले में आगे की जांच के लिए ही ईओडब्ल्यू(EOW) ने यह छापेमारी की है। उप पुलिस अधीक्षक मनजीत सिंह ने बताया कि बिशप पीसी सिंह के घर व कार्यालय से मिली नकदी के बारे में उनसे पूछताछ की जा रही है। बहुत जल्द ही इस मामले में कई और चौंकाने वाली जानकारी मिल सकती हैं।