Israel-Hamas War: हमास और इजराइल के बीच चल रहे घमासान युद्ध के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बड़ी खबर दुनिया के सामने लाया है। जानकारी के मुताबिक गाजापट्टी के सबसे बड़े अस्पताल अल -शिफा ने काम करना बांध कर दिया है। वहां घायलों की लम्बी कतार लगी हुई है। किसी के हाथ कटे हुए हैं तो किसी के पैर काट गए हैं। किसी को गोलियां लगी हुई है तो कोई गंभीर रूप से घायल है। सब से ज्यादा ख़राब स्थिति महिलाओं और बच्चो के हैं। खासकर उन महिलाओं की हालत ज्यादा ख़राब है जो गर्भवती है और इलाज के अब हाव में दर -दर भटक रही है।
गाजापट्टी में कहने को तो कई अस्पताल हैं लेकिन अल शिफा अस्पताल सबसे बड़ा है। इसे यहाँ का सबसे आधुनिक अस्पताल भी माना जाता है। हमास और इजरायल के बीच महीने भर पहले जब युद्ध तेज हुआ था तभी इस इस अस्पताल की हालत भी ख़राब हो गई थी। पहले तो इजरायल ने गाजापट्टी में बिजली की सप्लाई रोक दी। इसके बाद पानी और खाद्यान्न को भी रोक दिया। इजरायल के निशाने पर हमास के आतंकी थे लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर वहां रह रहे आम फिलिस्तीनी को झेलना पड़ गया। धीरे -धीरे अस्पताल की हालत भी ख़राब होने लगी। पहले ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद हुई। फिर पानी और बिजली के अभाव में मरीजों की हालत ख़राब होने लगी। कुछ दिनों तक जेनरेटर के सहारफे किसी भी तरह घायलों के इलाज चलते रहे लेकिन बाद में जेनेरेटर ईंधन के अभाव में वह सुविधा भी बंद हो गई। और अब पूरा का पूरा अस्पताल ही बंद हो चुका है।
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उधर हमास और इजरफएल की लड़ाई गाजा पट्टी पर जमकर हो रही है। हमास के लोग बड़ी संख्या में मारे जा चुके हैं लेकिन अभी हमास भी आगे की लड़ाई के लिए तैयार है। इजरायल अब हमास के आतंकियों को बंकरों में ही मार रहा है और जो आतंकी बनकर और सुरंग में रहकर अपनी जान बचाते हुए इजरायल पर हमले कर रहे थे अब उनकी भी जान जा रही है। लेकिन इस पूरी लड़ाई में आम फिलिस्तनी मारे जा रहे हैं। हालत ये है कि फिलिडिनी लोह गाजा को छोड़ने को तैयार हैं लेकिन निकलने का रास्ता तक नहीं है। हर दिन सैकड़ों लोगों की लाशें गिर रही है और हजारों लोग घायल भी हो रहे हैं। घायलों को अब कोई भी इलाज नहीं मिलने की वजह से उनकी भी मौत हो रही है। घायलों के लिए गाजा का यह अस्पताल जान बचाने का सब्सिडी बड़ा जरिया था लेकिन अब इसके बंद होने के बाद अंतिम आस भी टूट गई है। अस्पताल के भीतर और बाहर पड़े घायलों को देखकर लगता है कि अगर इन्हे जल्द कोई मेडिकल सुविधा नहीं दी गई तो इन मरीजों की मौत निश्चित है।
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इधर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि हम अल शिफा अस्पताल से लगातर संपर्क कर रहे हैं लेकिन किसी सड़े संपर्क नहीं हो रहा है। इंटरनेट सेवा काफी ख़राब है और फिर गोली और बमबारी की वजह से कुछ भी सुनाई नहीं पड़ता। जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक पानी के लिए लोग तरस रहे हैं और पानी के अभाव में ही सबसे ज्यादा मरीजों की जान भी जान रही है।
उधर इजरायल ने कहा है कि घायल लोगों की जान बचे इसकी कोशिश की जा रही है और इसके लिए गाजा के अल शिफा ,नारिस और रंटीसी अस्पताल को खुला रखना चाहते हैं। इजरायल ने यह भी कहा है कि हम इस अस्पताल तक पहुंचे के लिए एक रास्ता भी खोज रहे हैं ताकि घायलों को उपचार मिल सके लेकिन इजरायल ने यह भी कहा है कि जबतक हमास को ख़त्म नहीं कर दिया जाता यह लड़ाई जारी रहेगी।