नई दिल्ली: अक्सर पढ़ने-लिखने का नाम सुनकर बच्चे बहानेबाजी करने लगते हैं, क्योंकि बचपन में इनका मन खेल-कूद में ज़्यादा लगता है। बात पढ़ने-लिखने की हो तो और भी बहुत सारे कारण हैं जिससे बच्चे पढ़ने-लिखने से भागते है। इसमें मानसिक और शारीरिक कमजोरी भी शामिल है।
मानसिक और शारीरिक कमजोरी के कारण बच्चों का ध्यान पढ़ाई-लिखाई में नहीं लगता है, तो इसके लिए हम क्या-क्या उपाय करें कि पढ़ाई-लिखाई में बच्चों का मन लगे? बच्चे पढ़ने लिखने में तेज हों। मानसिक और शारीरिक रूप से बच्चों को मजबूत बनाने के लिए सबसे जरूरी है पोषण, साथ-साथ ऐसे भोजन जो ब्रेन पावर को बढ़ाने में मददगार हो।
दही से तेज होगा ब्रेन पावर
नए-नए रिसर्च ये कह रहे हैं कि बच्चों के ब्रेन डेवलपमेंट में दूध से ज्यादा दही का योगदान होता है।
अगर बच्चों को नियमित रूप से दही दिया जाए तो ब्रेन सेल्स फ्लेक्सिबल होते हैं। जिससे दिमाग को सिग्नल लेने और उसपर क्विक रिएक्शन देने की क्षमता ताज़ी हो जाती है।
स्ट्रॉबेरी और ब्लूबेरी
स्ट्रॉबेरी और ब्लूबेरी के अलावा चेरी और देसी बेरीज भी दिमाग के विकास के लिए जरूरी है। स्ट्रॉबेरी और ब्लूबेरी में एंटी ऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है। जो कि दिमाग की क्षमता को बूस्ट करता है
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ड्राई फ्रूट का करें सेवन
काजू, किशमिश, बादाम, पिस्ता और अखरोट ये तमाम ऐसे ड्राई फ्रूट्स है जो बच्चों के दिमाग को तेज बनाने के लिए काफी आवश्यक है। अगर बच्चों को ये ड्राई फ्रूट्स दूध के साथ दिया जाए तो इससे बच्चों के दिमाग मजबूत होंगे। क्योंकि ब्रेन डेवलपमेंट के लिए ये बेहद जरूरी है।
कौन-कौन सी दें सब्जियां
बच्चों के दिमाग को तेज बनाने के लिए पालक समेत जितनी हरी सब्जियां होती है वो दें। कुछ ऐसी सब्जियां जैसे टमाटर, ब्लुबेरी, रास्पबेरी और ब्लैकीबेरी में भी एंटीऑक्सीडेंट भरे होते हैं जो बच्चों के मस्तिष्क को स्वस्थ बनाएं रखता है।
सूचना – आप इन सब खाद्य पदार्थों के सेवन से पहले विशेषज्ञ से सलाह ले सकते है।