अमरनाथ की सुरक्षित यात्रा को लेकर गृहमंत्री शाह के नेतृत्व में अहम बैठक
Amarnath Yatra News: अभी से थोड़ी देर पहले अमरनाथ की यात्रा सुरक्षित हो इसको लेकर गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में अहम बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में सुरक्षा से जुड़े सभी अधिकारी भी मौजूद बताये जा रहे हैं। बैठक में इस बात पर चर्च होनी है कि यात्रा के दौरान कहाँ कहाँ मजबूत करना है और कौन से अधिकारी कहाँ तैनात रहेंगे। माना जा रहा है कि यात्रा में किसी भी तरह की चूक नहीं हो।
इसके व्यापक प्रबंध किये जा रहे हैं।
ख़ुफ़िया जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन यात्रा को बाधित करने की कोशिश कर सकता है। ऐसे में यात्रा के मार्ग को फुल प्रूफ सुरक्षा देने की बात कही जा रही है। यात्रा मार्ग पर चप्पे चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे ताकि किसी की तरह का व्यवधान पैदा नहीं हो सके।
इस बार वक जुलाई से पवित्र अमरनाथ की यात्रा शुरू होनी है।
हजारो लोग यात्रा के लिए पंजीकृत हो चुके हैं। दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए इस बार 62 दिनों तक यात्रा चलेगी। यह यात्रा 31 अगस्त तक चलेगी आज की बैठक में सभी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी और सुरक्षा के इंतजाम को दुरुस्त किया जाएगा। सुरक्षा के साथ ही मेडिकल व्यवस्था का भी जायजा लिया जायेगा। किसी यात्री को कोई दिक्कत नहीं हो और लौटते समय भी यात्री सुरक्षित घर वापस लौट सके इस पर भी चर्चा की जा रही है। अभी मार्ग में काफी बर्फ होने की वजह से मार्ग भी अवरुद्ध है।
ऐसे में 15 जून तक रास्ते को साफ़ कर दिया जायेगा।
खबर के मुताबिक आज की बैठक में नेशनल डिजास्टर रिलीफ फ़ोर्स की टीम भी हिस्सा ले रही है। वह अपना प्रेसेंटेशन भी रखेगी। इसके साथ ही यात्रियों को कैसे सुरक्षित पहुँचाया जायेगा और कैसे वापस लाया जाएगा इस को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। बता दें कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड की तरफ से कहा गया था कि जून के पहले सप्ताह से ऑनलाइन टिकट बुकिंग शुरू की जाएगी लेकिन कुछ कारणों से अभी तक यह शुरू नहीं किया गया है। इस मामले पर भी आज चर्चा की जाएगी।
आज की बैठक में पहलगाम और बालटाल में बर्फ को कैसे हटाया जाएगा
इस पर भी बात होगी। कहा जा रहा है कि मार्ग से बर्फ हटाने का काम 15 जून से शुरू हो सकता है। सीमा सड़क संगठन को इस काम की जिम्मेदारी सौपी जाएगी। बता दें कि पिछले साल करीब तीन लाख 45 हजार श्रद्धालुओं ने बर्फानी बबन के दर्शन किये थे। लेकिन इस दो महीने चलनी है इसलिए उम्मीद की जा रही है यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा होगा और ऐसे में सुरक्षा मजबूत करने की जरूरत है। अनुमान है कि इस साल करीब पांच लाख श्रद्धालु यात्रा करेंगे और बर्फानी बाबा के दर्शन करेंगे।
यात्रा के कई रूटों पर अधिकारियों की तैनाती भी की जाएगी।
खबर के मुताबिक इस बार यात्रा को और भी सुगम बनाने के लिए पहलगाव और बालटाल मार्ग पर करीब सवा सौ लंगर लगाने की तैयारी भी चल रही है। जम्मू में देश भर से साधु संतो का पहुँचाना शुरू हो गया है। ये साधु संत पहले शहर की परिक्रमा करते हैं फिर बर्फानी बाबा के दर्शन के लिए आगे बढ़ चलते हैं। यात्रा की सभी रूटों पर 49 अधिकारियों और कैंप निवेशकों को तैनात किया गया है। अभी अधिकारी श्राइन बोर्ड को रिपोर्ट करेंगे।