Joshimath : असुरक्षित होटलों को गिराने की तैयारी में जुटा प्रशासन, SDRF ने लोगों हटाया
जिलाधिकारी चमोली (DM of Chamoli) हिमांशु खुराना का कहना है कि असुरक्षित भवनों को मंगलवार को गिराया। प्रशासन ने जोशीमठ के दो होटलों मलारी इन और माउंट व्यू को पिछले सप्ताह ही बंद कर दिया था। प्रशासन ने इनमें प्रवेश व रहने का प्रतिबंधित कर दिया था। अब उन्हें गिराया जा रहा है। साथ ही 81 घरों पर खतरे के लाल निशान लगा दिये गये हैं।
जोशीमठ। Uttarakhand Joshimath में भूधंसाव (Landslide) के चलते खतरनाक जोन घोषित किया जा चुका है। वहां के दो होटल मलारी इन (Hotel Malari Inn) और माउंट व्यू ( Mount View) की बिल्डिंग गिराने की तैयारी में प्रशासन जुटा हुआ है। इन होटलों के साथ ही असुरक्षित घरों (Dangerous Houses) को भी गिराया जा रहा है।
जिलाधिकारी चमोली (DM of Chamoli) हिमांशु खुराना का कहना है कि असुरक्षित भवनों को मंगलवार को गिराया। प्रशासन ने जोशीमठ के दो होटलों मलारी इन और माउंट व्यू को पिछले सप्ताह ही बंद कर दिया था। प्रशासन ने इनमें प्रवेश व रहने का प्रतिबंधित कर दिया था। अब उन्हें गिराया जा रहा है। साथ ही 81 घरों पर खतरे के लाल निशान लगा दिये गये हैं।
इन घरों में रहने वालों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। इन आवासों को भी सुरक्षित गिराने की तैयारी की जा रही है। उन्होने बताया कि प्रशासन ने छह सौ से अधिक घरों को चिन्हित किया है, जिनमें दरारें पड़ गयी हैं। इन सभी को असुरक्षित घोषित किया गया है। इन घरों की बिजली भी काट दी गयी है।
यहां रहने वाले लोगों व उनके सामान को हटाने के लिए लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के जवान लगे हैं। सरकार दूसरे स्थानों पर शिफ्ट हुए परिवारों को चार हजार रुपये प्रतिमाह किराये के लिए देगी। उधर जोशीमठ मामले में केन्द्र की भेजी गयी विशेषज्ञों की टीमें जांच में जुटी हैं।
बहराल इस संकट के लिए जिम्मेदार एनटीपीसी (NTPC) को ठहराने के आरोपों को सरकार नकार रही है। इसी बीच एनटीपीसी (NTPC) की ओर से भी सफाई दी गयी है। NTPC के अधिकारियों ने कहा कि उनकी टनल जोशीमठ से दूर है। घरों में दरारों के लिए टनल का किसी तरह का प्रभाव नहीं है।