नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल नई आबकारी नीति के तहत राजधानी दिल्ली में कई सौ नई शराब की दुकाने खोलने का लाइसेंस दने की तैयारी में है। भाजपा व कांग्रेस ने दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति का विरोध करते हुए जहां भाजपा के हजारों कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष शिशोदिया के आवास को घेरा, वहीं कांग्रेस ने भी अपना विरोध जताने के लिए दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
नई आबकारी नीति को लेकर आम आदमी पार्टी व दूसरे दलों में सियासी घमासान मचा हुआ है। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, आप सांसद संजय सिंह, आतिशी, सौरभ भारद्वाज आदि भाजपा को घेरने में लगे रहे। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा उन्हें जानबूझकर बिना वजह परेशान किया जा रहा है। केन्द्र सरकार मनीष शिशोदिया को जेल भेजने की साजिश रच रही है। आप को सीबीआई का डर दिखाया जा रहा है। केजरीवाल ने कहा कि हम जेल जाने व सीबीआई से डरने वाले नहीं हैं।
दूसरी तरफ केन्द्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने केजरीवाल को घेरते हुए कहा कि उन्हें 25 अक्टूबर, 2021 को आबकारी विभाग द्वारा भेजे गये नोटिस भेजा गया था, जिसका वे अब तक जवाब दाखिल नहीं कर सकें हैं। उन्होने पूछा कि दिल्ली सरकार ने शराब की कंपनियों को 144.36 करोड़ की बिना किसी प्रक्रिया के किस नियम के तहत छूट कैसे दी, वे इसका जवाब दें। आखिर मगूंटा कंपनी का इस सबमें क्या भूमिका है। दिल्ली सरकार ने 14 जुलाई, 2022 को बिना अप्रूवल के 30 करोड़ रुपये शराब कंपनी को रुपये क्यों भेजे गये।
उधर दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल पूरी दिल्ली को शराब में डूबाना चाहते हैं। उन्होने शराब के सरकारी ठेके खत्म करके सारे निजी ठेके खोल दिये हैं। इतना ही नहीं होटलों में चौबीस घंटे शराब मिलने के साथ ही शराब को ऑनलाइन बुक करके भी किसी समय मंगवाया जा सकेगा। उनका कहना है कि अरविन्द केजरीवाल की सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है और अब अपने खिलाफ कार्रवाई किये जाने से डर रही है।