नई दिल्ली: आज परदेस (Pardes) मूवी की गंगा यानि बॉलीवुड की 90 के दशक की खूबसूरत अदाकारा महिमा चौधरी (Mahima Chaudhary) 49 साल की हो रही हैं। फिल्म धड़कन हो या फिर परदेस (Pardes) उनकी बेहतरीन एक्टिंग ने फैंस को अपना दिवाना बना लिया था। महिमा चौधरी (Mahima Chaudhary) का असली नाम रितु चौधरी है लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में उन्होने खुद को महिमा चौधरी (Mahima Chaudhary) के नाम से बुलवाना ज़्यादा मुनासिब समझा।
ये अदाकारा बॉलीवुड की उन खूबसूरत अदाकाराओं में शामिल हैं जिन्होने फेमस होने के लिए कभी भी बोल्ड सीन्स का सहारा नही लिया। इनकी प्यारी मुस्कुराहट और दमदार एक्टिंग ने ही लोगों को अपना दिवाना बना लिया था। परदेस (Pardes) के अलावा महिमा चौधरी (Mahima Chaudhary) ने ‘दाग द फायर’ और ‘धड़कन’ जैसी भा सुपरहीट मूवीज़ भी दी हैं।
कैसे लगा एक्ट्रेस के करियर पर कुछ समय का ब्रेक
परदेस (Pardes) और दाग मूवी के बैक टू बैक हिट के बाद ही एक्ट्रेस को एक रोड़ एक्सीटेंड का सामना करना पड़ा था। इस घटना के बाद से ही अदाकारा के करियर में लंबा ब्रेक लग गया था। उस समय वो अजय देवगन के साथ एक मूवी में काम कर रही थीं।
एक्सीटेंड के बाद भी उन्होनें उस मूवी को कम्पलीट किया और उसके बाद से ही उनके काम पर विराम लग गया। लेकिन उन्होने खुद को रिकवर करके फिल्मों की दुनिया में फिर से कमबैक किया और धड़कन, बागबान जैसी सुपरहीट फिल्में दीं। इसके बाद जबतक उनकी शादी नही हुई उन्होने फिल्मों में काम किया था।
शादी, मिसकैरेज औऱ फिर कैंसर लेकिन कभी हारी नहीं
एक समय ये भी खबर आई थी कि महिमा चौधरी (Mahima Chaudhary) टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस के साथ रिश्ते में थीं। लेकिन दोनो का ये रिश्ता भी ज़्यादा समय तक नही चला और लिएंडर पेस की रिया पिल्लई के साथ अफेयर की खबरो ने दोनों के रास्ते जुदा कर दिये।
फिर 2006 में अदाकारा ने बिज़नेसमैन बॉबी मुखर्जी के साथ शादी कर ली लेकिन 2013 में रिश्तों में खटास होने के कारण दोनों में तलाक हो गया। इसी दौरान 2007 में दोनो की एक बेटी भी हुई थी। इसके अलावा महिमा चौधरी (Mahima Chaudhary) का दो बार मिसकैरिज भी हो चुका है जिसपे उन्होने कहा कि ये हादसा उनके साथ इसलिए हुआ क्योकिं वो उस वक्त खुश नहीं चल रही थीं।
महिमा हमेशा रेगुलर चेकअप कराती रहती थी। ऐसे ही एक चेकअप के दौरान उन्हे कैंसर होने का पता चला था। इस पर उन्होने बताया कि वो बहुत बहादुर नही है लेकिन उन्होने इसका हिम्मत से सामना किया। उन्होने आगे कहा कि कैंसर होने से ज़्यादा उन्हे उसके ट्रीटमेंट से ड़र लग रहा था। इस दौरान उनकी छोटी सी बेटी ने बड़ी बनकर एक मां की तरह इनका ख्याल रखा था। कैंसर की लड़ाई बहादुरी से लड़कर अब वो बिल्कुल ठीक हैं।