उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मंगलवार को एक बड़ा हादसा हो गया। यहां द्रोपदी का डांडा में अचानक से हिमस्खलन हो गया। इसमें NIM (नेहरु पर्वतारोही संस्थान) के पर्वतारोही दल से 40 पर्वतारोही फंस गये। इनमें कई पर्वतारोहियों की मौत हो गयी, जबकि 3 प्रशिक्षु व 7 प्रशिक्षकों सहित 10 लोगों को बचा लिया गया। बाकी 20 सदस्यों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
क्रेवास (ग्लेशियर के बीच बड़ी दरार) में पर्वतारोही दल के 30 सदस्य फंसे थे, इनमें कई सदस्यों के मौत की खबर है। बाकी को बचाने के लिए एनडीआरएफ, आईटीबीपी, जिला प्रशासन, NIM (Nehru Institute of Mountaineering) की टीम व सेना रेस्क्यू में जुटी है। सेना के हेलीकॉप्टर को स्टैंडबाई पर रखा गया है।
बताया गया है कि नेहरु पर्वतारोही संस्थान (NIM) के पर्वतारोही के प्रशिक्षुओं का यहां 22 सितंबर से प्रशिक्षण चल रहा है। इस पर्वतारोही दल में 33 पर्वतारोही के प्रशिक्षु व 7 प्रशिक्षक शामिल हैं। बुधवार को अचानक मौसम खराब होने के बर्फ का पहाड़ खिसक गया, जिससे इस दल से सभी सदस्य हिमस्खलन में फंस गये।
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को हादसे से अवगत कराया। उन्होने रक्षा मंत्री से सेना का सहयोग मांगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के निर्देश पर वायुसेना का चीता हेलीकॉप्टर को रेस्क्यू के लिए भेजा गया।
सीएम धामी खुद मौके पर पहुंचे हैं। उन्होने अधिकारियों को पर्वतारोहियों के सुरक्षित निकालने के कार्य में तेजी के निर्देश दिये।उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार व उत्तरकाशी जिलाधिकारी अभिषेक मौके पर रहकर राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी रख रहे हैं।