हिमाचल में मानसून ने मचाई तबाही, इन चार जिलों में फटे बादल
Himachal Weather: देश के अलग-अलग राज्यों में मानसून ने दस्तक दे दी है। जिसका असर भी देखने को मिल रहा है। मानसून तो आया ही है लेकिन अपने साथ-साथ तबाही को भी लाया है। पहाड़ी राज्यों में जहां भारी बारिश, तेज तूफान, लैंड स्लाइड का खतरा बना ही रहता है। लेकिन इस मौसम में जब मानसून आता है तो राज्यों को भारी आपदा का सामना करना पहता है। तो वहीं अगर हम हिमाचल प्रदेश के मानसूम की बात करें तो मानसूम की बारिश ने समूचे प्रदेश में तबाही मचा रखी है। बारिश के तेज बहाव में बरबादी की लहर से भारी नुकसान तो होने ही लगा है। लोगों का जीवन भी खतरे में आ चुका है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश मे सोलन जिला के अर्की शिमला के रामपुर उपमंडल के पंद्रहबीश इलारे के सुजानपुर उपमंडल के गांव खैरी सहित मंडी जिले में बादल फटने भारी तबाही की वजह से हालात खराब हो गए हैं।
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में तबाही का सिलसिला जारी हो चुका है। रोहतांग, शिंकुला, बारालाचा, दर्रें की चोटियों में बर्फबारिश भी देखने को मिली। जबकि मनाली जैसे शीत शहर की बात करें तो यहां भी लगातार बरिश हो रही है। इतना ही नहीं प्रदेश के कई जिलों में तबाही का मंजर भयावह रूप दिखा रहा है। न जाने कितने ही घर, दुकानें, चबुतरें बारिश के पानी में बह गए। तेज तूफान से वहां के नदी नाले तालाब में परिवर्तित हो गए है।
बता दें कि भरमौर पठानकोट में एनएच पर भरमौर से 14 किलोमीटिर की दूरी पर रावी नही के पास चमेरा चरण-3 बांध के जलाश्य में तो कई गाडिया समा गई। जिसमे कई लोग भी सवार होने की बात कही गई। जिनकी लाश का भी पता नही चल पाया है। इतना ही नही लैंड स्लाइड भी शूरू हो चुका है। जिसके चलते स्थानीय लोगों की परेशानियां और भी बढ़ गई हैं हिमाचल प्रदेश के हालात नाजुक बने हुए हैं। मानसून अपना रौद्र रूप ले चुका है।
तो वहीं प्रदेश की सरकार तबाही को देखते हुए सतर्क हो गई है। सीएम सुखविंदर सिहं ने हाई कमान की बाठक बुलाई. जिस दौरन सीएम ने जिले के सभी अधिकारियों को तूफान से निपटने को लिए तैयार रहने के लिए कहा है ।