नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार का गैंगस्टर-माफियाओं की आर्थिक रुप से कमर तोड़ने के लिए उनकी अवैध और बेनामी सम्पत्तियां कुर्क करने को सिलसिला बदस्तूर जारी है। बुधवार को गाजीपुर जिला प्रशासन ने बाहुबली पूर्व विधायक और गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की गाजीपुर में 5.10 करोड़ की बेनामी सम्पत्ति कुर्क की है। यह सम्पत्ति मुख्तार के नाम न होकर उसके दो नजदीकी रिश्तेदारों के नाम थी।
योगी सरकार मुख्तार अंसारी की अब तक कुल मिलाकर 65 करोड के अधिक की अवैध और बेनामी सम्पत्ति कुर्क कर चुकी है। इस माह में मुख्तार अंसारी के खिलाफ यह दूसरी बडी कार्रवाई है। इससे पूर्व 10 अप्रैल को मुख्तार अंसारी की मां रूबीना खातून के नाम करीब साढे तीन करोड की लागत को 811 मीटर प्लाट को कुर्क कर चुका है।
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योगी सरकार गैंगस्टर-माफियाओं के खिलाफ उनकी अवैध चल-अचल सम्पत्तियां जब्त करने की मुहिम के तहत मुख्तार गैंग से जुड़े लोगों की ही करीब 109 करोड़ की सम्पत्ति पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कर चुका है। सरकार के सम्पत्तियां ध्वस्तीकरण और कुर्क करने की कार्रवाई से यूपी के गैंगस्टर-माफियाओं की नींद उड़ी हुई है।
मऊ सदर का पूर्व विधायक गैंगस्टर माफिया मुख्तार अंसारी इन दिनों बांदा जेल में है। गाजीपुर जिला प्रशासन ने पुलिस रिपोर्ट के आधार पर उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) और आईएस 191 गैंग के लीडर मुख्तार अंसारी द्वारा अपनी अवैध कमाई से पांच करोड़ से अधिक का व्यावसायिक भूखंड़ अपनी पत्नी के दो भाईयों (सालों) शहजाद अंसारी और शरजील रजा के नाम की थी, जिन्हें आज कुर्क कर लिया गया है।