PCS OFFICER जेल में बंद: शासन ने दी चार्जशीट की अनुमति, दो अफसरों के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश
PCS OFFICER आनंद जायसवाल इस समय भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और गबन के आरोप में जेल बंद है। वर्ष 2009 बैच के PCS आनंद जायसवाल वर्ष 2010 से 2015 तक ऋषिकेश में परिवहन कर अधिकारी रहे थे। उन्हें वहां तैनाती के दौरान ARTO का अतिरिक्त चार्ज दिया गया था।
देहरादून। ARTO पद पर रहे PCS OFFICER आनंद जायसवाल के खिलाफ जल्द ही चार्जशीट दाखिल हो सकती है। उत्तराखंड के मुख्य सचिव एमएस संधू की अध्यक्षता में सर्तकता समिति की बैठक हुई। बैठक में शासन ने आनंद जायसवाल के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने की अनुमति दे दी है। इसके साथ ही बड़े दो अफसरों के खिलाफ विजिलेंस जांच करने के आदेश दिये गये हैं।
बता दें कि PCS OFFICER आनंद जायसवाल इस समय भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और गबन के आरोप में जेल बंद है। वर्ष 2009 बैच के PCS आनंद जायसवाल वर्ष 2010 से 2015 तक ऋषिकेश में परिवहन कर अधिकारी रहे थे। उन्हें वहां तैनाती के दौरान ARTO का अतिरिक्त चार्ज दिया गया था।
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PCS आनंद जायसवाल ने ARTO पद का दुरुपयोग करके चालान राशि के 29 लाख रुपये गबन कर लिये थे। आनंद जायसवाल के खिलाफ 18 मार्च, 2017 को भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, व आय से अधिक संपत्ति के आरोप में केस दर्ज कराया गया था। उन्हें 8 सितंबर को गिरफ्तार कर किया गया था। अदालत ने PCS आनंद जायसवाल को न्यायिक हिरासत भेज दिया था। तब से वह जेल में बंद है।
सर्तकता समिति की बैठक में देहरादून दुग्ध संघ के पूर्व प्रभारी महाप्रबंधक मान सिंह पाल व राज्य सहकारी बैंक के पूर्व महाप्रबंधक दीपक कुमार के खिलाफ भी विजिलेंस जांच करने के आदेश दिये गये हैं। इन दोनों अधिकारियों पर वित्तीय अनियमितता करने के आरोप हैं। दोनों के खिलाफ एक माह से अधिक समय से गोपनीय जांच चल रही थी।
विजिलेंस निदेशक अमित सिन्हा का कहना है कि अभी उन्हें इन मामलों में लिखित आदेश नहीं मिले हैं। इन तीनों प्रकरणों में लिखित आदेश मिलते ही विजिलेंस अधिकारी अपनी कार्रवाई शुरु कर देंगे।