पीएम मोदी का बाली में संबोधनः बोले-भारत-इंडोनिशिया के बीच जीवंतता का रिश्ता
मोदी ने कहा कि बाली में रहने वाले सभी भारतीय समुदाय के लोग जीवन में एक बार भारत के अयोध्या में जाने की इच्छा जरुर रखते हैं। यही भारत और इंडोनेशिया के अपनत्व व सांस्कृतिक विरासत साझा होने का प्रमाण है। उन्होने जब दो देशो की विरासत सांझा होती है, तब मानवता की समानता से प्रगति के मार्ग स्वतः ही खुल जाते हैं।
नई दिल्ली/ बाली(इंडोनेशिया)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने इंडोनिशिया पहुंचे हुए हैं। मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने बाली (इंडोनेशिया) में भारतीय समुदाय को लोगों को संबोधित किया। उन्होने कहा कि भारत और इंडोनिशिया के बीच जीवंतता का रिश्ता है। बाली की धरती में नई ऊर्जा है। यहां आकर भारतीय अपनत्व का अहसास होता है।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 2014 के बाद नये भारत का निर्माण हुआ है। नव भारत को अपनी विरासत पर गर्व है। उन्होने कहा कि भारत का योग और आयुर्वेद पूरी दुनिया के लिए शानदार तोहफा है। विश्व भर में भारत की सबसे तेज बढती हुई अर्थव्यवस्था है।
यह भी पढेंःश्रद्धा हत्याकांडः श्रद्धा की हत्या के बाद शुरु हो गया था दूसरी लड़की का फ्लैट पर आना-जाना
मोदी ने कहा कि भारत बड़ी सोच रखता है। दुनिया के बड़ी कंपनियों के सीईओ भारतीय हैं। भारतीय में अतिथि देवो भव की परंपरा रही है। भारत देश कई दवाओं, स्मार्टफोन उपभोक्ताओं, डिजिटल लेन देन में दुनिया में नंबर वन पर है।
उन्होने बाली के बारे में कहा कि इंडोनेशिया और भारत का गहरा रिश्ता है। यहां के पांच लाख भारतीयों को रहना इस बात का प्रमाण हैं। भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भारत के अयोध्या में राम मंदिर के भव्य निर्माण का शुभारंभ हुआ, तब इंडोनेशिया की रामायण का जिक्र हुआ।
मोदी ने कहा कि बाली में रहने वाले सभी भारतीय समुदाय के लोग जीवन में एक बार भारत के अयोध्या में जाने की इच्छा जरुर रखते हैं। यही भारत और इंडोनेशिया के अपनत्व व सांस्कृतिक विरासत साझा होने का प्रमाण है।
उन्होने जब दो देशो की विरासत सांझा होती है, तब मानवता की समानता से प्रगति के मार्ग स्वतः ही खुल जाते हैं। उन्होने भारतीय समुदाय द्वारा उनका किये गये भव्य स्वागत के लिए सभी का आभार भी जताया।