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श्रद्धा हत्याकांडः श्रद्धा की हत्या के बाद शुरु हो गया था दूसरी लड़की का फ्लैट पर आना-जाना

आफताब ने पुलिस को बताया कि उसने श्रद्धा का मोबाइल फोन महाराष्ट्र में ले जाकर फेंक दिया था। ताकि उसकी अंतिम लोकेशन महाराष्ट्र की आये और उस पर कोई शक न हो। पुलिस को आफताब के खिलाफ दर्ज किसी आपराधिक मामले का तो पता नहीं चला।

नई दिल्ली। श्रद्धा हत्याकांड का आरोपी आफताब इस समय पांच दिनों की पुलिस रिमांड पर है। मंगलवार को दिल्ली पुलिस उसे छतरपुर के जंगलों में ले गयी,। जहां से शव के टुकड़ों को बरामदगी के प्रयास किये गये। पुलिस अभी दर्जन भर टुकड़े ही बरामद कर पायी है।  एकत्रित करने की कोशिश कर रही है।

पुलिस पूछताछ में आफताब ने कई बड़े खुलासे किये हैं। उसका कहना था कि श्रद्धा के शव के टुकड़े करते समय उसके हाथ में चाकू लगने से घाव हो गया था। इस पर उसने सर्जन से टांके लगवाये थे। श्रद्धा की हत्या के कुछ दिनों बाद ही एक दूसरी लड़की का फ्लैट पर आना जाना शुरु हो गया था। पुलिस उसकी लड़की के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही है।  

पुलिस हिरासत में श्रद्धा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार आफताब अमीन पूनावाला

आफताब ने पुलिस को बताया कि उसने श्रद्धा का मोबाइल फोन महाराष्ट्र में ले जाकर फेंक दिया था। ताकि उसकी अंतिम लोकेशन महाराष्ट्र की आये और उस पर कोई शक न हो। पुलिस को आफताब के खिलाफ दर्ज किसी आपराधिक मामले का तो पता नहीं चला।

लेकिन इतना जरुर है कि वह बहुत शातिर दिमाग है। उसकी प्रवृत्ति सुनियोजित पेशेवर अपराधी जैसी है। पुलिस को उसके सोशल मीडिया के एकाऊंट खंगालने पर कई लड़िकयों के सपंर्क में रहने का पता चला है। वह लड़िकयों को फंसाने के लिए डेटिंप एप का इस्तेमाल करता था।  

सर्जन चिकित्सक डॉ अनिल सिहं व उनकी पत्नी, जिन्होने आरोपी के हाथ में टांके लगाये थे

 उधर सर्जन डॉ. अनिल कुमार सिंह का कहना है कि हाथ में चोट लगने पर आफताब उनके पास आया था। वह अति आत्म विश्वास से भरा था। वह अंग्रेजी में बात कर रहा था। उसका आत्म विश्वास का स्तर उच्च था। आफताब ने सर्जन डॉ सिंह को खुद ही बताया था कि वह मुबंई से आया है।

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उसने बताया था कि दिल्ली में आईटी सेक्टर में सेलरी ज्यादा है। इसलिए वह मुंबई से यहां आया है। इस पर डॉ सिंह ने अपने स्टॉफ से कहा था कि देखो,  ऐसा नहीं कि दिल्ली के लोग ही नौकरी के लिए मुंबई जाते हैं। मुबंई, हैदराबाद के लोग भी नौकरी करने दिल्ली आते हैं।

डॉ. अनिल कुमार सिंह ने कहा कि उन्हें बिल्कुल भी अहसास नहीं था कि वह कातिल हो सकता है। उसके बोल्ड व्यवहार के कारण उनकी आफताब के बारे में सकारात्मक सोच थी। लेकिन अब उसकी सच्चाई सामने आने से हतप्रभ हूं।

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