PM Modi Mission Muslim: मुस्लिम वोट पर PM मोदी का फोकस, विपक्षी की बढ़ी टेंशन!
PM Modi's focus on Muslim votes, opposition's tension increased!
PM Modi Mission Muslim: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव को जीतने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। पीएम लगातार राज्यों का दौरा कर रहे हैं। तूफानी रफ्तार से पीएम मोदी कभी बिहार जा रहे हैं तो कभी यूपी जा रहे हैं। इसी कड़ी में पीएम मोदी कल यूपी के सहारनपुर में थे। जहां उन्होंने सूबे के सीएम योगी और बीजेपी प्रत्याशी के साथ जनता को संबोधित किया.. इस दौरान पीएम मोदी ने मुस्लिम बेटियों के आशीर्वाद की बात की। 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पीएम मोदी का ये बयान काफी मायने रखता है। पीएम मोदी ने यूपी के सहारनपुर की रैली में तीन तलाक का नाम लेकर मुस्लिम महिलाओं से भावनात्मक रिश्ता कायम करने की कोशिश की। सहारनपुर में पीएम मोदी ने केंद्र सरकार की उपलब्धियों का ज़िक्र किया तो तीन तलाक के खात्मे का भी नाम लिया। पीएम मोदी ने साफ शब्दों में कहा कि बीजेपी सरकार ने तीन तलाक को खत्म कर सिर्फ मुस्लिम महिलाओं और बेटियों को ही नहीं..बल्कि उनके पूरे परिवार को उन पर लटकती तलवार से बचाया।
प्रधानमंत्री ने जिस सहारनपुर से तीन तलाक के नाम पर मुस्लिम बेटियों के आशीर्वाद पाने की बात की.. वो पश्चिमी यूपी में आता है। जहां मुस्लिम आबादी काफी ज़्यादा है… पश्चिमी यूपी के कुछ बड़े मुस्लिम बहुल इलाकों की बात करें तो रामपुर में 42 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है, वहीं अमरोहा में 32 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है।
खास बात ये है कि लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं.. और 80 लोकसभा सीट वाले यूपी के 8 संसदीय क्षेत्र में पहले चरण के दौरान ही मतदान होना है .और इन आठ सीटों में सहारनपुर भी है.. ऐसे में समझा जा सकता है कि पीएम मोदी ने तीन तलाक का मुद्दा उठाकर मुस्लिम महिलाओं को बीजेपी से जोड़ने की कोशिश की है। सिर्फ यूपी ही नहीं.. बीजेपी की रणनीति है कि देश भर के मुस्लिम बहुल इलाकों में केंद्र सरकार द्वारा तीन तलाक खत्म करने का मुद्दा उठाया जाए। क्योंकि लोकसभा की 543 सीटों में से 145 सीटें ऐसी हैं, जिन पर 11 से 20 फीसदी मुस्लिम आबादी है।35 सीटें ऐसी हैं, जिन पर मुस्लिम आबादी 30% से ज्यादा है। देश में सबसे ज्यादा 9 लोकसभा सीटें पश्चिमी बंगाल में हैं, जहां 30% से ज्यादा मुस्लिम आबादी है.. इसके अलावा उत्तर प्रदेश में 8, केरल में 4, असम में 4, बिहार में 3 ऐसी लोकसभा सीटें हैं। जो मुस्लिम बहुल आबादी वाले हैं। बीजेपी की कोशिश इनमें से ज़्यादा से ज़्यादा सीटों पर अपना प्रभाव छोड़ना है। ताकि पार्टी के परंपरागत वोटर के साथ ही मुस्लिम आबादी भी बीजेपी के साथ आए.. और इसकी शुरूआत यूपी से हो। क्योंकि अगर यूपी की बात करें तो 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन को 80 में से 73 सीटें मिली। जबकि 2019 के चुनाव में NDA को 62 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इन सीटों में कई अल्पसंख्यक बहुल और रिजर्व सीट भी शामिल थी। ज़ाहिर है..बीजेपी अपने मिशन 370 को हासिल करने के लिए कोई भी कोर कसर छोड़ना नहीं चाहतॉ और पीएम मोदी भी जानते हैं कि इस आंकड़े तक पहुंचना है.. तो सबको साथ लेकर चलना होगा ।