Baltimore bridge collapses News Update’s Today: हादसा डरावना था लेकिन और भी बड़ा हो सकता था अगर भारतीय क्रू मेंबर वक्त रहते इसकी जानकारी नहीं देते।सिंगापुर के झंडे वाले दाली जहाज पर मौजूद 22 क्रू सदस्य भारतीय थे, वे सभी सुरक्षित हैं लेकिन बड़ी बात ये कि चालक दल की सूझबूझ की वजह से बड़ा हादसा टल गया।जहाज के क्रू ने समय पर मैरीलेंड के गवर्नर को खतरे की जानकारी दे दी और इमरजेंसी कॉल कर बताया कि शिप का पॉवर कट हो चुका है। इस इमरजेंसी कॉल की वजह से ब्रिज पर ट्रैफिक को रोक दिया गया और कई लोगों की जान बच गई।
भारतीयों की इसी सूझबूझ का तारीफ अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि जहाज पर सवार कर्मियों ने मैरीलैंड परिवहन विभाग को पहले सूचित कर दिया था, जिसकी वजह से स्थानीय अधिकारी पुल पर टक्कर होने से पहले ट्रैफिक को रोक पाने में सफल रहे। बेशक, इससे कई लोगों की जान बचाई गई। इस हादसे के बाद सोशल मीडिया पर पुल गिराए जाने की अफवाह भी फैलाई गई लेकिन अमेरिका राष्ट्रपति ने इससे साफ इनकार किया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति कहते हैं कि इस समय, हमारे पास ये मानने का कोई अन्य संकेत या कोई अन्य कारण नहीं है कि ये कोई जानबूझकर किया गया कार्य था। जानकारी के मुताबिक करीब 300 मीटर लंबा कंटेनर जहाज बाल्टीमोर से कोलंबो जा रहा रहा था। जहाज में खराबी आने की वजह से फ्रांसिस स्कॉट की पुल के एक खंभे से टकरा गया। हादसे के दौरान कई गाड़ियां और करीब 20 लोग पटाप्सको नदी में गिर गए। जिनमें से 6 लोगों की मौत का दावा किया गया है।
इस हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मची लेकिन वक्त रहते जानकारी मिलने की वजह से राहत बचाव की टीमें वहां पहुंच गई। बाल्टीमोर के गर्वनर ने इस हादसे के बाद क्रू मेंबर्स की सजगता की तारीफ की और उन्हें हीरो कहा। साथ ही हादसे के बारे में जानकारी दी।
हादसे के बाद बाइडेने टूटे हुए पुल को दोबारा बनाने की बात कही है। मगर इसमें कितना वक्त लगेगा ये कहना अभी मुश्किल है। बाल्टीमोर शहर के पटाप्सको नदी पर बना Fracis Scott Key Bridge साल 1977 में खुला था । इस पुल की लंबाई करीब नौ हजार फीट और नदी से ऊंचाई 180 फीट थी।
इसका नाम अमेरिका का राष्ट्रगान लिखने वाले फ्रांसिस स्कॉट की के नाम पर रखा गया था।पुल टूटा जरूर है लेकिन हादसे के बाद जिस तरह भारतीय क्रू ने सक्रियता दिखाई और फौरन इसकी जानकारी दी उसकी तारीफ पूरी दुनिया में हो रही है। क्योंकि सवाल सिर्फ हादसे का नहीं है बल्कि कई लोगों का जान से जुड़ा है जो बचाई जा सकीं।
एक सूझबूझ और टल गया हादसा
भारतीयों की इसी सूझबूझ का तारीफ अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि जहाज पर सवार कर्मियों ने मैरीलैंड परिवहन विभाग को पहले सूचित कर दिया था, जिसके कारण ये हादसा टल गया।