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राजस्थान में उड़न खटोला के लिए क्यों हो रही है नेताओं में मारामारी ?

Political News (राजनीति समाचार)! ठगिनी राजनीति और ठग नेताओं की कहानी कौन नहीं जनता ? अपने नेता को कौन नहीं पहचानता ? नेता लोग करते हैं गरीबी की बात लेकिन उनको सबसे ज्यादा किसी ची से नफरत होती है तो वह गरीबी ही तो है। गरीबो को वे कितना पसंद करते है यह सब जनता है ? यह तो देश का संविधान बना कि भारत के प्रजा नागरिक हो गई। राजाओं के दौर में हम सब प्रजा ही तो थे। राजा की प्रजा। अंग्रेजो के दौर में भी यही सब था। लेकिन देश आजाद हुआ और संविधान बनते ही हम प्रजा से नागरिक हो गए। हमारे अधिकार और कर्त्तव्य सामने आये। जनता आज भी अपने कर्तव्यों का पालन तो करती है कि वह हर बार लाइन में लगकर नेता को चुनती है यह समझते हुए कि यह आएगा तो हमारी किस्मत बदल जाएगी। पिछले 75 साल से यही सब चल रहा है। देश की जनता की किस्मत कितनी बदली यह तो जनता ही जानती है लेकिन भुक्खड़ नेताओं की किस्मत जरूर बदल गई। जो कभी नंगे पाँव चलते थे अब हवाई जहाज में चलते हैं। जो कभी स्कूल नहीं गए वे हमारे लिए कानून बना रहे हैं। जो कभी कानून को नहीं माने वे हमारे लिए न्याय करते की बात करते आ रहे हैं। यह सब लोकतंत्र का खेल ही तो है।

सामने पांच राज्यों में चुनाव है। चुनावी सभाओं में नेता लोग बड़ी -बड़ी बाते करते फिर रहे हैं जनता की परिक्रमा कर रहे हैं पाँव लग रहे हैं मनुहार कर रहे हैं और दंडवत भी। लेकिन ये चतुर जीव आज भी भले ही वोट की भीख मांग रहे हों लेकिन चलते हैं हवाई जहाज से ,हवाई जहाज से उड़कर भीख मांगने का यह खेल बड़ा अनोखा है। राजस्थान को ही ले लीजिये। नेताओं को उड़न खटोला नहीं मिल रहे हैं। वही हेलीकाप्टर। गांव के लोग उसे उड़न खटोला ही तो कहते हैं। लालू यादव ने इसे उड़न खटोला कहना शुरू किया ,देश में यह चर्चित हो गया। इसका नाम कुछ टेढ़ा है इसलिए इसके नाम को लालू यादव ने गावै लोगों के लिए सीधा रख दिया। खबर है कि राजस्थान में अब नेताओं के लिए उड़न खटोले का अकाल हो गया है। जो बड़े आदमी उड़न खटोले का व्यापार करते हैं वे मालामाल तो हो रहे हैं लेकिन अब उनकी भी औकात नहीं रही कि मांग के अनुसार उड़न खटोले की सप्लाई की जाए। नेता लोग बदहवास हैं। बता दें कि जिस उड़न खटोले से जनता के पास रौब से पहुँचते हैं उसका तीन घंटे का किराया अब 12 लाख हो गया है। पहले पांच लाख में मिल जाता था।

जानकारी मिल रही है कि सीएम गहलोत ने खुद को उड़ने के लिए डबल इंजिन का उड़न खटोला बुक कराया है। वसुंधरा राजे का भी यही हाल है।

उनकी सेवा में भी ऐसा ही खटोला लाया गया है। पोस्टर वरसाने के लिए सिंगल इंजिन वाला उड़न खटोला पार्टियों ने बुक कराये हैं। इसका किराया दो लाख रुपये प्रति घंटा है। जानकारी के मुताबिक राजस्थान चुनाव के लिए दर्जन भर से ज्यादा बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के लिए बड़े और सुन्दर उड़न खटोले को बुक कराये गए हैं। हालत ये है कि कुछ और नेता भी इस खटोले में उड़ने की ख्वाइस रखते हैं लेकिन गनीमत यह है कि अब उड़न खटोला बचा ही नहीं है।

Akhilesh Akhil

Political Editor

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