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Nafe Singh Rathi Murder Case: कौन थे नफे सिंह राठी जिनकी हत्या से एक बार फिर गरमा गई सियासत और कैसे की गई उनकी हत्या ?

Nafe Singh Rathi Murder Case | Hariyana News | Live Update

Nafe Singh Rathi Murder Case: हरियाणा के बहादुरगढ़ में इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक नफे सिंह राठी की 25 फरवरी 2024 की हत्या कर दी गई। अज्ञात बदमाशों ने उनपर अंधाधुंध फायरिंग की और फरार हो गए। नमस्कार मैं पूजा भारती और आप देख रहे हैं न्यूज़ वाच इंडिया। आपको पूरा मामला बताएंगे लेकिन सबसे पहले आइये जान लेते हैं कि कौन थे नफे सिंह राठी?

कौन थे नफे सिंह राठी ?

नफे सिंह राठी इंडियन नेशनल लोकदल के(INLD) के प्रदेश अध्यक्ष थे। नफे सिंह राठी मूलरूप से हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ के रहने वाले थे। साल 1996 से 2005 तक राठी इंडियन नेशनल लोकदल से बहादुरगढ़ सीट से विधायक रह चुके थे। वह दो बार बहादुरगढ़ नगर परिषद के चेयरमैन और कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके थे। 2009 में उन्होंने रोहतक सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था।

जनवरी 2020 में इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय सिंह चौटाला ने राठी को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। अब चलिए आपको इंडियन नेशनल लोकदल जिसे इनेलो पार्टी भी कहा जाता है इसका इतिहास बता देते हैं। देश के पूर्व डिप्टी पीएम और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवी लाल ने इनेलो पार्टी की 1996 में स्थापना की थी।

पार्टी का नाम रखा गया लोक दल। बाद में पार्टी का नाम लोक दल से हटाकर इंडियन नेशनल लोकदल कर दिया गया। पार्टी को हरियाणा में किसानों के अधिकारों और ग्रामीण विकास की वकालत करने के लिए जाना जाता है। साल 2021 में पार्टी के एकमात्र विधायक अभय सिंह चौटाला ने बीजेपी द्वारा किसानों की मांग न मानने का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था और राठी को पार्टी की कमान संभालने की जिम्मेदारी दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नफे सिंह राठी इस साल हरियाणा विधानसभा का चुनाव भी लड़ने वाले थे।

आपको बता दें कि नफे सिंह राठी को पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बेटे जगदीश नंबरदार की आत्महत्या मामले में आरोपी बनाया गया था। 11 जनवरी 2023 को जगदीश नंबरदार की आत्महत्या के बाद राठी और राठी के भांजे सोनू पर नंबरदार को प्रताड़ित करने का आरोप लगा था। मामले में पिछले साल अगस्त में नफे सिंह राठी को हाई कोर्ट का नोटिस मिला था। बता दें कि मृतक के भाई सतीश नंबरदार ने राठी की जमानत रद्द करने की याचिका दायर की थी। सतीश ने राठी पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि राठी केस के विधायकों को धमका रहे हैं।

कैसे की गई नफे सिंह राठी की हत्या ?

राठी अपने कार में थे जब उनपर हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। कहा जा रहा है कि नफे सिंह राठी पर कम-से-कम 40-50 राउंड फायरिंग की गई है। झज्जर के एसपी अर्पित जैन ने बताया कि पुलिस को गोलियां चलने की जानकारी मिली थी। बताया जा रहा है कि नफे सिंह राठी अपनी फॉर्चूनर कार में सवार थे। इसी दौरान I 10 कार में सवार होकर कुछ हमलावर उनका पीछा कर रहे थे। जब नफे सिंह की गाड़ी बराही फाटक के पास पहुंची तब हमलावरों ने राठी पर गोलियां बरसा दीं। सामने आई CCTV फुटेज़ में देखा गया है कि कार का पूरा शीशा टूटा हुआ है और गाड़ी पर गोलियों के निशान हैं।

जबसे नफे सिंह राठी की हत्या की गई है, उसके बाद से ही उनकी हत्या चर्चा में हैं कारण है आरोपियों का फिल्मी अंदाज़ में राठी के ड्राइवर को धमकाना। चलिए आपको बताते हैं कि राठी की

हत्या के बाद क्या थे हमलावरों के आखिरी शब्द ?

नफे सिंह राठी के अलावा गाड़ी में 3 लोग और मौजूद थे, जिनमें राठी और एक अन्य व्यक्ति की हमले में मौत हो गई और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।

वहीं राठी के ड्राइवर संजय सिंह ने पुलिस को दिए अपने बयान में हमलावरों के द्वारा कहे गए आखिरी शब्द बताए। संजय सिंह के मुताबिक ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने के बाद आरोपियों ने संजय सिंह को धमकी देते हुए कहा कि तुझे जिंदा छोड़ रहे हैं, जाकर इनके घर पर बता देना। वहीं आपको बता दें कि नफे सिंह राठी के बेटे जितेंद्र राठी ने कहा है कि जब तक FIR में दर्ज आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता वह अपने पिता का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

उन्होंने अपने लिए सुरक्षा की भी मांग की है। उन्होंने ये भी कहा है कि पिछले 6-7 महीने से उन्हें उनके पिता पर हमले के इनपुट मिल रहे थे। उन्होंने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग भी की थी। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन ने उनके पिता को सुरक्षा प्रदान नहीं कि और उसका नतीजा है कि आज उनके पिता की हत्या कर दी गई है। बता दें कि 22 फरवरी को ही नफे सिंह राठी ने अपना 66वां जन्मदिन मनाया था।

नफे सिंह राठी की हत्या में क्यों आ रहा लॉरेंश बिश्नोई का नाम ?

चलिए अब आपको बताते हैं कि नफे सिंह राठी की हत्या के मामले में बिश्नोई का नाम क्यों आ रहा है। दरअसल इस पूरे मामले में नफे सिंह राठी के मर्डर के तरीके की खूब चर्चा हो रही है। दरअसल उनकी हत्या का तरीका पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या जैसा ही था। मूसेवाले की हत्या में भी 30 राउंड फायरिंग की गई थी। वहीं नफे सिंह राठी की हत्या में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। यही वजह है कि राठी की हत्या में बार-बार लॉरेंश का नाम सामने आ रहा है।

इसके अलावा वर्तमान में अगर उत्तर भारत में कोई सबसे बड़ा सक्रिय गैंग मांना जाता है तो वो है लॉरेंश बिश्नोई गैंग। वह कई हाई प्रोफाइल हत्याओं की जिम्मेदारी लेते आए हैं। सिद्धू मूसेवाला से लेकर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्याओं में लॉरेंश गैंग का नाम आ चुका है। और इन हत्याओं में नफे सिंह राठी की हत्या के तरीके का इस्तेमाल हुआ था। इसलिए शक की सुई लॉरेंश गैंग की तरफ भी घूम रही है।

वहीं आपको बता दें कि नफे सिंह राठी के बेटे जितेंद्र सिंह राठी ने पिता की हत्या में स्थानीय BJP नेता का हाथ होने की भी शक ज़ाहिर किया है। वहीं नफे सिंह राठी हत्याकांड में बहादुरगढ़ से बीजेपी के पूर्व विधायक समेत 12 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने वाहन चालक एवं नफे सिंह राठी के भांजे राकेश उर्फ संजय की शिकायत पर पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बेटे सतीश नंबरदार के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा एफआईआर में राहुल, कमल और गौरव के नाम भी शामिल हैं। इन आरोपियों में बहादुरगढ़ के कई जनप्रतिनिध शामिल हैं।

Pooja Bharti

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