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रावण का अहंकार, परशुराम का क्रोध यहां देखे रामलीला की रोचक कहानी

Ramlila Interesting Stories: शारदीय नवरात्र में रामलीलाओं का दौर हो जाता है और इसका समापन दशहरे पर रावण के दहन से होता है। आज हम ऐसी ही रामलीला के कुछ रोचक प्रसंगों के बारे में आपको बता रहे हैं। जिसमें आपको परशुराम का क्रोध और रावण का अहंकार सब कुछ देखने को मिलेगा।

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रामलीलाओं का दौर शुरू हो चुका है। ये लीलाएं कई वर्षो से होती आ रही हैं और हर वर्ष उन्हें देखने की उतनी ही उत्कंठा रहती है। भले तकनीक के दम पर प्रस्तुति (Ramlila Interesting Stories) के तरीके में बदलाव हो जाए, लेकिन मूलकथा वही रहती है। फिर भी रामलीला के कुछ प्रसंग अधिक आकर्षित करते हैं।

धनुष यज्ञ
भगवान राम सीता स्वयंवर में शिव धनुष (Ramlila Interesting Stories) भंग कर देते हैं। धनुष के टूटने से जो घोर ध्वनि हुई, उसके बाद परशुराम का वहां आगमन होता है और वह इस बात पर नाराज होते हैं कि भगवान शिव का धनुष (Ramlila Interesting Stories) किसने तोड़ दिया? परशुराम राजा जनक से कहते हैं कि जिसने भी यह भोलेनाथ का धनुष तोड़ा है उसे समाज से निकाल कर अलग करो, नहीं तो यहां मौजूद सारे राजा मारे जाएंगे और जहां तक मिथिला राज्य की सीमा है, मैं वहां की धरती को (Ramlila Interesting Stories) उलट-पुलट दूंगा। मानस में लिखा है:

कथा यह भी है कि एक बार लक्ष्मण अपनी मां सुमित्रा (Ramlila Interesting Stories) के साथ कहीं जा रहे थे। रास्ते में वे लोग परशुराम की कुटिया में रुके थे। परशुराम इकलौते ऐसे ऋषि थे, जो शस्त्र और शास्त्र पर समान नियंत्रण रखते थे। उन्हीं की कुटिया में कई सारे छोटे-छोटे धनुष रखे थे। लक्ष्मण ने बाल सुलभ क्रीड़ा में उनमें से कई को तोड़ दिया था। माता सुमित्रा ने इस पर डपटा तो परशुराम (Ramlila Interesting Stories) ने कहा कि जाने दो बालक है। लक्ष्मण वही बात परशुराम को याद दिला रहे हैं, लेकिन परशुराम क्रोध के वशीभूत हैं और इस संकेत को नहीं समझ रहे हैं।

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लक्ष्मण और परशुराम में स्तरहीन बहस भी होती है। लक्ष्मण कहते हैं कि, ‘।’ परशुराम जब बार-बार कुठार उठाते हैं तो लक्ष्मण भी चैलेंज (Ramlila Interesting Stories) कर देते हैं कि यहां कोई कुम्हड़ा का फूल नहीं है जो आपकी तर्जनी देख कर मर जाएगा। साथ ही यह भी कि आप जो यह बार-बार कुठार दिखा रहे हैं, ऐसा लगता है कि आप फूंक मारकर (Ramlila Interesting Stories) पहाड़ को उड़ाना चाहते हैं।

इससे पहले लक्ष्मण राजा जनक की इस बात का कि ‘वीर विहीन मही मैं जानी’ का जवाब यह कह कर दे चुके थे कि जहां रघुवंशियों (Ramlila Interesting Stories) में कोई मौजूद होता है,वहां धरती वीरों से खाली हो गई, ऐसा नहीं कहा जा सकता। यहां रघुकुल मणि रामचंद्र मौजूद हैं और राजा जनक (Ramlila Interesting Stories) ने यह अनुचित बात कही है।

राम-बालि युद्ध
राम बालि को तीर मार देते हैं। बालि वीरों की भांति धूल-धूसरित (Ramlila Interesting Stories) होकर जमीन पर पड़ा है। राम उसके पास जाते हैं। बालि उलाहना देते हुए पूछता है कि, आपने तो धर्म रक्षा के लिए अवतार लिया है, फिर मुझे शिकारी की तरह छुप कर क्यों मारा? मेरी आपसे क्या शत्रुता थी और सुग्रीव (Ramlila Interesting Stories) आपको इतना प्यारा कैसे हो गया कि आपने मुझे मारा?

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हालांकि इसके बाद राम के विचारों में चमत्कारिक (Ramlila Interesting Stories) रूप से बदलाव आता है। बहस यह भी होती है कि उस समय ऐसी क्या बात हुई जिससे राम बालि से कहते हैं कि मैं तुम्हारे घाव ठीक कर सकता हूं और तुम्हारे जाते हुए प्राण को लौटा देता हूं। लेकिन बालि इससे साफ इनकार कर देता है कि साधु-संन्यासी जन्म-जन्म तक जुगत करते हैं लेकिन अंत में उनकी जुबान पर राम (Ramlila Interesting Stories) शब्द नहीं आता। मेरे लिए मौत का इससे बढ़िया संयोग क्या बनेगा, जब आप साक्षात मेरे सामने खड़े हैं और मौत आ रही है। इससे बेहतर जीवन मुझे क्या मिलेगा?

अंगद रावण संवाद
अंगद जब रावण के दरबार में संधि (Ramlila Interesting Stories) प्रस्ताव लेकर जाते हैं तो वहां दशानन से उनकी जबरदस्त बहस होती है। दरबार में घुसते ही रावण पूछता है कि अरे बंदर तुम कौन हो? अंगद कहते हैं कि मैं राम का दूत हूं, रावण।
इसके बाद कहते हैं कि मेरे पिताजी (Ramlila Interesting Stories) से तुम्हारी मित्रता रही है, इस कारण में चाहता हूं कि तुम्हारा भला हो। तुम सीता माता को भगवान राम को सौंप दो और आर्तनाद करते हुए उनसे अपने प्राणों की भीख मांगो, तो वह तुम्हें क्षमा कर देंगे। यहां इस बात पर जानकारों में मतभेद है कि अंगद रावण को भलाई की सलाह दे रहे थे या उसे उत्तेजित कर रहे थे, क्योंकि (Ramlila Interesting Stories) उस काल में अहंकार का एकमात्र आश्रय स्थल रावण था। आगे पहुंचकर यह बहस स्तरहीन होती जाती है। रावण कहता है कि तुम कुल में कलंक पैदा हो गए हो, क्योंकि जिसने तुम्हारे पिता की हत्या की, तुम उसी के दूत बने हो। फिर लंकापति कहता है कि मैं रावण हूं रावण। जिसकी भुजाओं का जोर सारा संसार (Ramlila Interesting Stories) जानता है। अंगद कहते हैं कि हे रावण, यह तो बताओ कि तुम कौन से रावण हो, मैने कई रावण के बारे में सुन रखा है। अंगद बताते हैं कि एक रावण बलि को जीतने पाताल (Ramlila Interesting Stories) गया था, वहां बच्चों ने उसे घुड़साल में बांध दिया था। बलि को दया आई तो रावण मुक्त हो पाया था।

Prachi Chaudhary

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