National News: ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक भारत की तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर हिंदुस्तान की धरती पर पहुंचे हैं। हैथम बिन तारिक का स्वागत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रोपदी मूर्मू समेत तमाम नेताओं ने किया। बता दें कि ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक अपनी पहली यात्रा पर भारत आए हैं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी ने थम बिन तारिक ने राष्ट्रपति भवन में गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। जिसके बाद दोनों नेताओं की मुलाकात हुई।
सुल्तान हैथम बिन तारिक से मुलाकात
दिल्ली के हैदराबाद हाउस में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओमान के सुल्तान की शिष्टमंडल स्तर की बातचीत हुई है। इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा कि ‘मुझे आपका भारत में स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। पीएम मोदी ने आज के दिन को भारत औऱ ओमान के संबंधों के लिए ऐतिहासिक बताया। पीएम ने कहा कि 26 सालों के लंबे अंतराल के बाद ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक राजकीय यात्रा पर हिंदुस्तान आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक का भारत की जनता की ओर से भी स्वागत किया और कहा कि आपका भारत की जनता की ओर से भी स्वागत है।
उपराष्ट्रपति से मिलेंगे ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक
दरअसल आपको बता दें कि ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक भारत की तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं। ओमान के सुल्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ करेंगे द्विपक्षीय वार्ता की, बता दें कि आज शाम उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ से ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक मुलाकात करेंगे।इसके बाद राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू भी उनसे मुलाकात करेंगी। बता दें कति सुल्तान हैथम बिन तारिक की भारत की यह पहली राजकीय यात्रा है।भारत और ओमान के बीच रणनीतिक साझेदारी हैं।
विदेश मंत्री से की थी मुलाकात
सुल्तान हैथम बिन तारिक भारत की तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं, यात्रा के पहले दिन उन्होंने भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से मुलाकात की थी। इस दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई थी। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा था, कि विदेश मंत्रालय ओमान और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने में सुल्तान के मार्गदर्शन को महत्व देता है।
ओमान और भारत के रिश्ते काफी पुराने
ओमान और भारत के रिश्ते काफी पुराने है, इसी कड़ी में ओमान के राष्ट्राध्यक्ष के साथ अधिकारियों का उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल और वरिष्ठ मंत्री भी हिंदुस्तान पहुंचे है। भारत और ओमान के बीच में राजनयिक संबंध साल 1955 में स्थापित हुए थे, जिसके बाद साल 2008 में इस रिश्ते को रणनीतिक साझेदारी के रूप में आगे बढ़ाया गया था।