Wrestlers Protest: पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों के मामले में WFI के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह का बयान सामने आया है। बृजभू शरण सिंह ने अदालत में आरोपपत्र दाखिल होने पर पहलवानों द्वारा सड़क पर धरना खत्म करने की बात पर कहा कि मामला कोर्ट में है और अदालत अपना काम करेगी।
बृजभूषण शरण सिंह की प्रतिक्रिया आई सामने
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा- मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी है, अब प्रकरण अदालत में है और अदालत अपना काम करेगी।
सड़क पर धरना खत्म करने का एलान
भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ फिर सड़क पर उतरने की चेतावनी देने के एक दिन बाद ही प्रदर्शनकारी पहलवनों ने घोषणा की बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लड़ाई अब सड़कों पर नहीं बल्कि कोर्ट में लड़ी जाएगी।
कोर्ट में लड़ेंगे पहलवान
पहलवान साक्षी मलिक विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया ने रविवार को एक जैसे ट्वीट कर कहा कि सरकार ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोपपत्र दायर करने का अपना वादा पूरा किया। उन्होंने कहा कि पहलवान तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक न्याय नहीं मिल जाता है, लेकिन अब लड़ाई सड़क पर नहीं कोर्ट में होगी।
23 अप्रैल से पहलवानों ने खोला था मोर्चा
साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के नेतृत्व में तमाम पहलवानों ने जनवरी में पहली बार कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला था। पहलवानों ने बृजभूषण शरण यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। तब खेल मंत्रालय के दखल के बाद पहलवानों ने धरना खत्म कर दिया था। जिसके बाद 23 अप्रैल को पहलवान दोबारा जंतर मंतर पर धरने पर बैठे थे।
28 मई को पुलिस ने धरना स्थल से हटाया
पहलवानों ने 23 अप्रैल से 28 मई तक जंतर मंतर पर धरना दिया था। पहलवानों ने 28 मई को जंतर मंतर से नई संसद तक मार्च निकाला था। इसी दिन PM मोदी नई संसद का उध्दाटन कर रहे थे। ऐसे में पुलिस ने मार्च की अनुमति नहीं थी। इसके बाद जब पहलवानों ने मार्च निकालने की कोशिश की थी, तो पुलिस के साथ हाथापाई और धक्का मुक्की हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने 28 मई को पहलवानों को धरना स्थल से हटा दिया था।