ट्रेंडिंग

मां ने अपनी मौत के मुआवजे से भरी बच्चे की फीस, जानिए हैरान कर देने वाली पूरी वारदात

Mother’s love: इस दुनिया में एक मां ही है जो अपनी संतान के लिए कुछ भी कर सकती है। मां अपनी संतान की खुशी के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। मां की ममता की कोई सीमा नहीं है। ऐसी हजार सीमाओं को लांघने के लिए तैयार रहती है। बच्चों की जरूरत को पूरा करने के लिए उसे फिर चाहे मौत का ही रास्ता क्यों न चुनना पड़े। यहां पर एक गाने की लाइन भी सही बैठ रही है किसी के वास्ते कोई फलक तक जाए या न जाए लेकिन एक मां अपनी संतान की खुशी के लिए मौत के रास्ते तक जरूर जा सकती है इससे ही मिलाजुला एक ताजा मामला सामने आया है दक्षिण भारतीय तमिलनाडु से, जिसे जान कर आप भी हैरान हो जाएंगे।

दरअसल तमिलनाडु में एक ऐसा मामला देखने को मिला है। जहां एक मां ने अपने बेटे की स्कूल की फीस भरने के लिए अपनी जिंदगी भी दांव पर लगा दी। जहां एक महिला ने अपने बेटे की फीस भरने के लिए जान कुर्बान कर दी। दरअसल वो महिला सफाईकर्मी के पद पर थी। जिसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थीं। वह तंगी से जूझ रही थी जिसकी वजह से वो अपने बेटे की फीस नहीं जमा कर पा रही थी। जिसकी वजह से काफी दिनों से परेशान चल रही थी। औऱ अपने बेटे की पढ़ाई को लेकर मानसिक रूप से बीमार पड़ गई थी। खबर है कि अपने बेटे की कॉलेज फीस भरने के लिए उस महिला ने सराकर से मुआवजा पाने के लिए मौत का रास्ता अपनाया। उसके मरने के बाद जो मुआवजा राशि मिलेगी जिससे फीस जमा हो सकेगी और बच्चे की पढ़ाई भी न रूके।

बता दें इस घटना की जानकारी के बाद खुलासा हुआ कि उसे किसी ने सलाह दी थी कि अगर वह सड़क हादसे में अपनी जान को गंवा देती है तो उसे राज्य सरकार की तरफ से मुआवजा राशि दी जाएगी। जान गंवाने वाली महिला के मन में सिर्फ और सिर्फ अपने बच्चे की फीस भरने को लेकर जिद थी। जिसके लिए वो कुछ भी कर गुजरने को तैयार थी। इससे पहले भी सड़क हादसे का शिकार होने के लिए कई बार ऐसी ही कोशिश कर चुकी थी लेकिन वो बार बार चूक जाती थी। इस बार हुई मौत का घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद हो गया है। महिला ने जब बस के आगे कूदने की कोशिश की तो वैसे ही वो बाइक से टकरा गई और उसकी मौत हो गई। नतीजा ये निकला कि बेटे को अपनी मां को गंवाना पड़ा।

Priyanshi Srivastava

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button