Isreal-Hamas War: पिछले करीब 2 सालों में पहले रूस-यूक्रेन युद्ध से तबाही मची, तबाही ऐसी की लाखों लोगों ने अपनों को खो दिया, हजारों लोगों की जानें चली गई। दोनों देश बर्बाद होने की कगार पर पहुंच चुके है। दुनिया अभी रूस यूक्रन युद्ध को भूली भी नहीं है, कि अब अब इज़रायल पर हमास के हमले के बाद महायुद्ध का बड़ा आगाज़ हो चुका है। ये महायुद्ध ना केवल इन देशों के लिए बर्बादी लाया है, बल्कि दुनिया के बाकी देशों पर भी इसका गहरा असर पड़ता दिख रहा है। दरअसल, इस महायुद्ध में हजारों की संख्या में लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि घायलों की संख्या भी कई हजार पहुंच चुकी है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल तक मुहैया नहीं हो पा रहे हैं। जिससे की हर ओर त्राहिमाम-त्राहिमाम मचा हुआ है। इज़रायल के खिलाफ हमास के हमले में अब तक 24 विदेशी नागरिकों की जान गई है, जिसमें अमेरिका के भी 10 से ज्यादा नागरिक बताए जा रहे हैं। महायुद्ध में कई इमारते ध्वस्त हो गई हैं। लोगों को राहत शिविरों में जाने को मजबूर होना पड़ रहा है।अस्पतालों में जिंदगी की जंग जारी है, औऱ अब भी कई देशों के नागरिक इज़रायल में फंसे हुए हैं। वो लोग अपने अपने देश की सरकारों से मदद मांग रहे हैं। यही नहीं अब इस जंग के साइड इफेक्ट भी दिखना शुरु हो गए हैं।
महायुद्ध का भारत पर कितना असर ?
महायुद्ध का असर, वैसे तो पूरी दुनिया पर पड़ रहा है, लेकिन सवाल ये कि आखिर महायुद्ध का असर अपने देश हिंदुस्तान पर कितना पड़ रहा है।दरअसल, आपको बता दें कि इस युद्ध का भारत पर भी असर पड़ सकता है। दुनियाभर के बाज़ारों में घबराहट है। कच्चे तेल के भाव भी बढ़ने की संभावना है। कच्चे तेल के भाव में साढ़े चार फीसदी बढ़ोतरी हो सकती है। एक रिपोर्ट में व्हाइट हाउस के पूर्व अधिकारी बॉब मैकनेली ने कहा है कि अगर ये संघर्ष ईरान तक फैलता है, तो फिर तेल की कीमतों पर असर दिखेगा। माना ये जा रहा है कि इस महायुद्ध का असर कच्चे तेल के साथ-साथ दुनिया भर में हो रहे विकास पर भी पड़ेगा। साथ ही ग्लोबल इकोनॉमी पर इसका बुरा असर पड़ सकता है और सप्लाई चेन प्रभावित होने से कई जरूरी सामानों पर संकट गहरा सकता है। ठीक वैसे ही हालात सामने आ सकते हैं जैसे कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दौरान पैदा हुए थे।
इजरायल में कितने भारतीय फंसे ?
इजरायल में करीब 18 हजार भारतीय वहां रह रहे हैं। जानकारों के मुताबिक भारत और इज़रायल के व्यापारिक रिश्ते भी बेहद मज़बूत हैं। इज़रायल के लिए भारत तीसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है। रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों देशों के बीच वित्त वर्ष में कुल 10 अरब डॉलर के करीब का कारोबार हुआ। यही नहीं भारत के शेयर बाज़ार में भी एक दिन के भीतर ही निवेशकों को 4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
जाहिर है एक बार फिर सोना वैश्विक बाज़ार में अपनी ताकत का ऐहसास करा सकता है।
बता दें कि आज चौथे दिन तल हमास और इजरायल के युद्ध में इजरायल के हजार से ज्यादा नागरिक मारे गए है ।उधर, हमास के भी करीब 800 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आ रही है। मरने वालों में बड़ी संख्या बच्चे और महिलाओं के हैं । इजरौली सेना ने देश के दक्षिण हिस्से में नियंत्रण पा लिया है।इजरायली सेना ने कहा है कि आज युद्ध के चौथे दिन सीमा पर पूरा नियंत्रण पा लिया गया है ।देर रात से हमास का कोई भी आतंकी इजरायल की सीमा में प्रवेश नहीं किया है ।लेकिन हमास को तरफ से हमला जारी है, लेकिन यह सच है कि अब हमास भीतर नहीं आ सकता ।वह घुसपैठ नहीं कर सकता।