तेजी से पैर पसार रही है ये गंभीर बिमारी, हो जाइए सावधान, जानें इससे बचने के उपाय
Eye Flu Home Remedies: एक तरफ जहां भारी बारिश की वजह से पूरा देश जूझ रहा है तो वहीं दसूरी तरफ इसी मानसून की वजह से एक और नई आफत आ गई है। देस भर जब जब मौसम आता है तो वो अपने साथ साथ तमाम बिमारियों की पोटली भी साथ लाता है। तो वहीं इस बार भी मानसून अपने साथ बेहद ही खतरनाक बिमारी को साथ लेकर आया है। इस बिमारी का का संबंध सीधा आंखों से है। जो इंसानों की आखों को अपना शिकार बना लिया है। इन दिनो जो आखों की बिमारी आई है वो जिसकी वजह लोगों में एक हार फिर डर दहशत को पैदा कर रही है। जिसका नाम है आईफ्लू, जिसे कंजंक्चिवाइटिस या फिर पिंक आई भी कह सकतें हैं। आई फ्लू के मामलें लगातार भढ़ते जा रहे हैं। आई फ्लू नाम कि इस बिमारी ने धीरे धीरे अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं।
ऐसे मे इस गंभीर और खतरनाक बिमारी से बचने के लिए आपको बताते हैं कि क्या होता है आई फ्लू और साथ ही इसके लक्षण और बचाव के उपाय…
बिमारी के लक्षण
आखों से जुड़ी इस गंभीर बिमारी में व्यक्ति की आखों में जलन होना, आंखो से पान आना, दर्द होना आखों में खुजली के साथ ही किरकिराहट महसूस करना। आखों में लालपन हो जाना, आंखो में सूजन आ जाना इस तरह की आखों में तमाम बिमारियां पैदा हो जाती है ऐसी खतरनाक बिमारी से लोगों को जूझना पड़ रहा है।
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आई फ्लू फैलने के कारण
आई फ्लू ऐसी गंभीर बिमारी है जो पूरी तरह से संक्रमक है। ये गंदगी की वजह से फैलती है। बारिश के गंदे पानी स होता है या फिर लंबे समय तक पसीने में काम करते रहना ये भी हो सकता है। इस बिमारी की असल जड़ गंदगी ही है जिसकी वजह से आंखों में गंबीर बिमारी पैदा हो रही है। इसी के साथ आप यदि किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संबंध में आते हैं तो तो ये मारी आपको भी हो सकती है। गंदे हाथों को बार बार आखों तक ले जाना ये आदत इस दौरान बेहद ही घातक साबित हो सकती है। पीड़ित व्यक्ति के कपड़े यूज करते हैं तो आई फ्लू की संभावनाए और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
आई फ्लू से ऐसे बचे
आई फ्लू से बचने के लिए आपको कुछ खास सावधानियां बरतनी होंगी।
इससे के तहत आप हो सके तो बाहर कहीं जा रहे हैं तो काला चश्मा पहने
इन दिनो टीवी और मोबाइस का जितना कम उपयोग करेगें उतना ही बेहतर होगा आंखों के लिए इससे जरूर बचें।
साथ ही साथ आप बार बार अपनी आंखों को छूने से बचें।
आई इन्फेक्शन से बचने के लिए बारिश में भीगने से बचें। क्योंकि बारिश के पानी में कई सूक्ष्म जीवाणु होते हैं।