महुआ की सांसदी जाने के बाद अब सीबीआई के घेरे में आये एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई!
Lok Sabha News! सब दिन होत न एक समाना। यह ब्रह्म वाक्य है और अक्सर धार्मिक आख्यायनो में भी इस बात की चर्चा होती रहती है। भगवान महादेव भी इस बात की चर्चा अपने भक्तों में करते रहे हैं कि समय बदलता है। जो आज है वह कल नहीं रहेगा। समय सबका बदलता है। धैर्य रखो। और अंत में महादेव यह भी कहते हैं कि बदलाव प्रकृति का नियम है और नियति में जो लिखा है उसे कोई बदल नहीं सकता। वे खुद भी नहीं बदल सकते क्योंकि नियति के शिकार वे खुद भी होते रहे हैं। अगर वे बदलते हैं तो फिर संसार का सञ्चालन गड़बड़ हो सकता है। इसलिए नियति को होने दो। तो अब कहानी ये बन रही है कि जिस व्यक्ति की शिकायत पर टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा की सांसदी चली गई अब वह भी सीबीआई के घेरे में आने वाले हैं। महुआ मोइत्रा पर पैसे लेके सवाल पूछने का आरोप लगाया गया था। इसकी जांच संसदीय समिति से कराई गई और फिर महुआ को दोषी मानते हुए उसे संसद से निष्कासित कर दिया गया। लेकिन अब महुआ के खिलाफ जाने वाले वकील जय अनंत देहाद्राई को सीबीआई ने समन भेजा है। कहा जा रहा है कि अब उनसे सीबीआई कई तरह के सवाल पूछ सकती है। और अगर वकील साहब कुछ जाल में फंस गए को खेल का खुलासा कुछ तरह का भी हो सकता है। याद रहे महुआ ने इस मामले की शिकायत सुप्रीम कोर्ट में कर रखी है।
बता दें कि जय अनंत देहाद्राई सुप्रीम कोर्ट से वरिष्ठ वकील है और पहले ये महुआ के दोस्त भी रह चुके हैं। अब महुआ के बारे में ज्यादा जानकारी पाने के लिए सीबीआई ने उन्हें बुलाया है। उनसे गुरूवार को पूछताछ की जाएगी।
महुआ मोइत्रा पर बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने संसद में पीएम मोदी और गौतम अडानी के खिलाफ सवाल पूछने के बदले रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया था टीएमसी सांसद दर्शन हीरानंदानी से दो करोड़ रुपये कैश और लक्जरी गिफ्ट सहित रिश्वत लेती है उन्होंने ये आरोप वकील जय अनंत देहाद्राई की एक पत्र के आधार पर लगाए थे। बता दें कि जय अनंत और महुआ काफी घनिष्ट दोस्त थे लेकिन बाद में उनकी दोस्ती में दरार आ गई। इसके बाद पिछले अक्टूबर महीने में लोकसभा एथिक्स कमेटी के सामने देहाद्राई ने महुआ के खिलाफ कई साक्ष्य भी पेश किये थे।
अब सीबीआई इस पुरे मामले में बहुत कुछ जानने की कोशिश कर रही है। सीबीआई यह भी जांच कर सकती है कि महुआ और जय अनंत के बीच कैसी दोस्ती थी और फिर यह दोस्ती क्यों टूट गई ? इसके साथ ही कई जानकारियां जी जय अनंत ने साक्ष्य के रूप में दी है उसके बारे में भी पूछताछ की जा सकती है।