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Dalit Sisters murder दो नाबालिग दलित बहनों की सरेराह अपहरण, रेप के बाद हत्या

लखीमपुर खीरी। निघासन कोतवाली क्षेत्र में दो नाबालिग दलित बहनों की सरेराह अपहरण कर हत्या कर दी गयी। आशंका जतायी जा रही है कि हत्यारों ने दोनों के साथ रेप के बाद गला घोंटकर हत्या की है।

दोनों बहनों को मारने के बाद उनके शवों को पेड़ से लटका दिया। निघासन पुलिस ने इस मामले में छह मुस्लिम युवको गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम हफीज, आरिफ, करीमुद्दीन, छोटू, सुहेल और जुनैद हैं।

बेटियों को बचाने लिए अपहरणकर्ताओं से भिड़ी थी मां

बता दें कि निघासन कोतवाली क्षेत्र में बुधवार सरेशाम दो बाइकों पर सवार चार युवक मां के सामने ही उसकी दो नाबालिग बेटियों को घर से उठा ले गए। बेटियों को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाने के लिए जब मां भिड़ी, तो उसे भी धक्का दे दिया। करीब पौन घंटे बाद दोनो बेटियों का खेत में फंदे से लटकते हुए शव मिले। यह देखकर मां-बाप पछाड़ खाकर जमीन पर गिर गए। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर रात में ही पोस्टमार्टम के लिये जिला मुख्यालय भेज दिया था।

पुलिस अधिकारियों से तीखी नोक झोंक करते ग्रामीण

मृतक किशोरियों की मां ने का कहना है कि पड़ोसी गांव के तीनों आरोपी पड़ोस के एक घर में अक्सर आते-जाते थे। वे यहां आकर घर के आसपास चक्कर काटते थे। उन्हें यह उम्मीद न थी कि वे उसकी नाबालिग बेटियों पर बुरी नजर रखते हैं। पुलिस ने बुधवार देर रात मृतक लड़कियों की मां की तहरीर पर मामले में गांव के ही छोटू व तीन अज्ञात के खिलाफ हत्या, रेप, पास्को एक्ट की धारा 3,4 में एफआईआर दर्ज कर आगे जांच में जुट गई है।

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अनुसूचित जाति के परिवार का घर गांव के उत्तरी छोर पर घर है, जहां से गन्ने के खेत शुरू हो जाते हैं। गांव की बस्ती थोड़ी दूरी पर है। बुधवार की शाम को बेटियों का पिता धान काटने गया था। घर पर उसकी बीमार पत्नी और दो नाबालिग बेटियां थीं। मृतका की मां ने बताया कि उनकी बड़ी बेटी (17) हाईस्कूल  व छोटी बेटी (15) आठवीं की छात्रा है। बुधवार शाम करीब पांच बजे वे घर के बाहर लगी चारा मशीन पर जानवरों के लिए चारा काटने जा रही थी कि तभी सफेद बाइक पर सवार तीन युवक दोनों बेटियों को दबोचकर बाइक पर ले गए।

मां ने मचाया शोर तो दिया धक्का

बिटिया को बचाने की कोशिश में उसे भी चोटें आईं। मां के शोर मचाने पर इकट्ठा हुए ग्रामीणों ने तलाश शुरू की। दोनों के शव पौने छह बजे गांव से करीब 700 मीटर की दूरी पर गन्ने के खेत में खैर के पेड़ में दुपट्टे से लटके मिले।  रोते बिलखते मृतकों की मां ने बताया कि वह दोनों बेटियों को पढ़ा-लिखाकर शिक्षक बनाना चाहती थी। घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए दो भाई दिल्ली में मजदूरी करते हैं।

ग्रामीणों ने काटा जमकर हंगामा

ग्रामीणों ने पुलिस पर शव को जबरन अपने कब्जे में लेने का आरोप लगाते हुए खूब हंगामा काटा। ग्रामीणों और पुलिस में तीखी झड़प हुई और भीड़ ने सदर चौराहे पर जाम लगा दिया। आरोप है कि निघासन थाना प्रभारी निरीक्षक चंद्रभान यादव शवों को कपड़े में लपेटकर जबरन घटनास्थल से लेकर चले गए।

अपर पुलिस अधीक्षक से हुई झड़प

मृतकाओं के शवो को लेकर जा रही एंबुलेंस निघासन में ही रोकने के लिये तमाम ग्रामीणों ने बाइक पर सवार होकर एंबुलेंस को घेरने का प्रयास किया। पुलिस अफसरों ने निघासन में बिना रोके एंबुलेंस को लखीमपुर के लिए रवाना कर दिया। एंबुलेंस ले जाने पर ग्रामीणों ने सदर चौराहे पर जाम लगा दिया।

इस बीच अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह से ग्रामीणों की जमकर झड़प हुई। सीओ संजयनाथ तिवारी और कोतवाल चंद्रभान यादव समेत तमाम पुलिसकर्मी मनाने के बावजूद ग्रामीणों का गुस्सा कम नहीं हुआ।

 एक घंटे बाद एसपी मौके पर पहुंचे

घटना के करीब एक घंटे बाद एसपी संजीव सुमन मौके पर पहुंचे। उनसे भी ग्रामीणों ने दोनों किशोरियों के शव वापस निघासन मंगाने के लिए अड़े रहे। इसके बाद भी काफी देर तक हंगामा चलता रहा। एसपी संजीव सुमन ने बताया कि प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

सड़क पर लगाया जाम, पुलिस से हुई धक्का मुक्की

शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने से नाराज ग्रामीण सड़क जाम करने के लिए बैठ गये। एसपी संजीव सुमन ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण एसपी से उलझ गए। एसपी ने सड़क जाम करने को कानून विरुद्ध बताते हुए ग्रामीणों को ऐसा न करने की नसीहत दी। इस बीच पुलिस जब समझाकर सभी को थाने ले आई, लेकिन बाद में भीड़ फिर भड़क गई और मृतका की मां को गोद में उठाकर चौराहे की ओर चल पड़े। भीड़ और पुलिस दोनों के बीच काफी धक्का-मुक्की हुई।

आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह पीडित से मिलीं

पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर लखनऊ रेंज की आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह बुधवार देर रात घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद 10 बजकर 30 मिनट पर सदर चौराहा पहुंचीं। वहां उन्होंने मृतका की मां के आंसू पोंछते हुए परिजन और गांव के प्रधान समेत तीन लोगों से बात की और जल्द कार्रवाई का भरोसा दिया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगी स्थिति साफ

आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने बताया कि गांव के बाहर खेत में दोनों बहनों के शव लटके हुए मिले थे। शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं। प्रथमदृष्टया दोनों बहने फांसी पर लटकी मिली हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी। हमारी कोशिश रहेगी कि जल्द से जल्द दोनों बच्चियों को इंसाफ दिलाया जाये। पोस्टमॉर्टम विशेषज्ञों के पैनल से होगा, जिसकी वीडियोग्राफी होगी।

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Team News Watch India

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