कानपुर देहात। महिला थानाध्यक्ष रिहाना याशमीन खान की हालत बिगाड़ने पर जिला अस्पताल में भर्ती हैं। इन्हें नशे की हालत में यहां दाखिल कराया गया था। बताया गया है कि Drugs की Over Dose से उनकी हालत शराब हो गयी थी। इस बात का पता चलने पर चर्चा है कि क्या Female SHO को नशा करने की आदत है। यदि वे नशे की आदी नहीं है, तो उन्हें Drugs क्यों लेना पड़ा।
बता दें कि इंसपेक्टर रिहाना याशमीन खान माती पुलिस लाइन में बने आवास में पति के साथ रहती हैं। वे महिला थाना प्रभारी (Female SHO) हैं। सोमवार की रात उन्हें पुलिस टीम ने अकबरपुर जिला अस्पताल में दाखिल कराया था। उस समय रिहाना याशमीन खान बेहोशी की हालत में थीं। उनकी हालत काफी खराब थी। इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें कानपुर हैलट रेफर किया ।
इमरजेंसी ड्यूटी डॉक्टर आराधना ने बताया कि महिला थानाध्यक्ष ने ड्रग्स ली थी। Over Dose होने से रिहाना याशमीन खान की तबीयत बिगड़ गयी। डॉक्टर आराधना ने कहा कि खतरे की कोई बात नहीं है, लेकिन समय पर इलाज न मिलने से स्थिति गंभीर हो सकती थी। इस मामले में पुलिस के आला अफसर मीडिया को कोई भी बयान देने से कतरा रहे हैं।
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चर्चा है कि यदि पुलिस अधिकारियों को Female SHO द्वारा Drugs लेना का बयान देना महंगा पड़ सकता है। इसलिए वे कुछ भी कहने से बच रहे हैं। यदि उन्होने माना कि महिला थानाध्यक्ष ने Drugs लेती हैं तो उनको नशेबाज होने की दुष्प्रचार होगा। इससे पुलिस की छवि को धक्का लग सकता है।