डॉ अंबेडकर प्रतिमा हटाने पर जमकर हुआ बवाल, सिरौली इंस्पेक्टर समेत छह पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
ग्राम समाज की जमीन पर का कब्जा करने का पता चलने पर अंबेडकर की प्रतिमा को हटा दिया गया। प्रतिमा लगाने के लिए प्रशासन से अधिकृत अनुमति नहीं ली गई थी। स्थानीय लोगों ने राज मिस्त्री बुलाकर चुपके से प्रतिमा स्थापित कर दी और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग सकी। इस पर थाना पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की गयी।
बरेली। थाना सिरौली क्षेत्र के साहूकारा में अवैध डॉ. भीमराव अंबेडकर प्रतिमा हटाने को लेकर जमकर बवाल हुआ। महिलाओं ने पुलिस बल पर पथराव किया।
इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश चौरसिया ने लापरवाही बरतने पर सिरौली इंस्पेक्टर राजीव कुमार, हल्का इंचार्ज मोदी सिंह समेत छह पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है।
इसके साथ ही एसएसपी ने एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल और सीओ आंवला अजय गौतम से पूरे प्रकरण में स्पष्टीकरण मांगा है। बताया गया है कि ग्राम समाज की जमीन पर गुपचुप तरीके से अंबेडकर प्रतिमा स्थापित कर दी गयी थी।
ग्राम समाज की जमीन पर का कब्जा करने का पता चलने पर अंबेडकर की प्रतिमा को हटा दिया गया। प्रतिमा लगाने के लिए प्रशासन से अधिकृत अनुमति नहीं ली गई थी। स्थानीय लोगों ने राज मिस्त्री बुलाकर चुपके से प्रतिमा स्थापित कर दी और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग सकी। इस पर थाना पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की गयी।
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डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा हटाने जाने पर अनुसूचित जाति का महिलाओं ने जमकर हंगामा किया। उन्होने मौके पर पहुंची फोर्स पर जमकर पथराव किया। इस मामले में पुलिस ने 70 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोपियों में 30 महिलाएं शामिल हैं।
पुलिस पर हमले का वीडियो सामने आया है, जिसमें महिलाएं पुलिसकर्मियों के ऊपर पत्थर फेंकती नजर आ रही हैं। इतना ही नहीं वे लाठी-डंडों से पुलिस वालों पर हमला कर रही हैं। इस वीडियों के आधार पर हमला करने वालों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।