उत्तराखंड छात्रसंघ चुनावः उच्च शिक्षा मंत्री बोले- विश्वविद्यालय प्रशासन तय करें छात्रसंघ चुनाव हों या नहीं
उत्तराखंड में 119 महाविद्यालयों व 5 राज्य विश्वविद्यालयों हैं। उत्तराखंड में पिछले दो साल पहले छात्र संघ के चुनाव अक्टूबर, 2019 को हुआ था। लेकिन इसके बाद कोरोना के कारण चुनाव नहीं हो सके। अब सरकार जानबूझकर छात्र संघ के चुनावों को टालने में लगे हैं।
देहरादून। उत्तराखंड में करोना के चलते पिछले दो साल से छात्र संघ चुनाव नहीं हुए हैं। उत्तराखंड के विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के हजारों विद्यार्थी छात्रसंघ चुनाव कराने के लिए आंदोलनरत हैं। छात्रों को कहना है कि छात्र संघ चुनावों को सितंबर व अक्टूबर तक हो जाने चाहिए थे।
उत्तराखंड उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के एक बयान ने छात्र राजनीति का पारा बढा दिया है। उत्तराखंड उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा है कि छात्र संघ चुनाव कराने का निर्णय विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों को लेना है। शासन इस संबंध में फिलहाल कोई निर्णय लेगा।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीपी ध्यानी का कहना है कि छात्र संघ चुनाव का निर्णय लेने शासन का काम है। इस संबंध में विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के प्रशासन निर्णय नहीं ले सकते।
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एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी का कहना है कि शासन को जल्द ही छात्र संघ चुनाव कराने की घोषणा कर देनी चाहिए, नहीं तो छात्र संगठन अपने आंदोलन को तेज करने का मजबूर होंगे।
बता दें कि उत्तराखंड में 119 महाविद्यालयों व 5 राज्य विश्वविद्यालयों हैं। उत्तराखंड में पिछले दो साल पहले छात्र संघ के चुनाव अक्टूबर, 2019 को हुआ था। लेकिन इसके बाद कोरोना के कारण चुनाव नहीं हो सके। अब सरकार जानबूझकर छात्र संघ के चुनावों को टालने में लगे हैं। अब देखना है कि उत्तराखंड सरकार इस मामले में कब निर्णय लेती है।