लखनऊ। यूपी मदरसा सर्वे पूरे राज्य में निर्धारित समय 15 अक्टूबर तक पूरा नहीं हो सका है। इसलिए मदरसा सर्वे की तिथि पांच दिन बढा दी गयी है।
प्रदेश के जिन जनपदों में सर्वे पूरे नहीं हो हुए हैं, वे 20 अक्टूबर तक सर्वे पूरा कर सकेंगे। सर्वे टीम 31 अक्टूबर तक अपने-अपने जिलाधिकारियों को रिपोर्ट जमा करेंगे। सभी जिलाधिकारी अपने-अपने जनपदों की सर्वे रिपोर्ट 15 नवम्बर तक भेज सकते हैं।
अब तक जो सर्वे आंकड़े मिले हैं, उनमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं। यूपी में अभी तक 6502 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे होने का पता चला है। इनमें 900 से ज्यादा अवैध चलते पाये गये।
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मदरसे सर्वे रिपोर्ट में मुरादाबाद गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के मामले में यूपी में पहले स्थान पर है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस मामले में टॉप-10 में पश्चिमी यूपी के 5 जनपद शामिल हैं।
प्रदेश भर में साढे पांच हजार से ज्यादा मदरसों को सर्वे हो चुका है। इनमें सबसे ज्यादा 585 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे मुरादाबाद में पाये गये हैं। दूसरे नंबर पर पश्चिमी यूपी का जनपद बिजनौर है।
बिजनौर में 455 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे मिले हैं। इनके अलावा पश्चिमी यूपी का जनपद सहारनपुर में 285, शामली जनपद में 144 और मुजफ्फरनगर में 222 में गैर मान्यता प्राप्त मदरसे गये हैं। आंकड़ों से साफ है कि पश्चिमी यूपी में मजहबी शिक्षा के मामले में सबसे आगे है। इस तथ्य को प्रदेश सरकार गंभीरता से ले रही है।