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Sultanpur Encounter:सुल्तानपुर एनकाउंटर पर यूपी पुलिस ने किया बड़ा खुलासा!

UP Police made a big disclosure on Sultanpur encounter!

Sultanpur Encounter: सुल्तानपुर में ज्वेलरी शॉप में हुई डकैती और फिर एनकाउंटर के बाद हुए बवाल को लेकर पुलिस ने बयान जारी किया है। डकैती में मंगेश यादव भी शामिल था। उसके शामिल होने के पुख्ता सबूत मिले हैं। डीजीपी प्रशांत कुमार और एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि घटना से पहले दो बार गहन जांच की गई थी।

आपको बता दें उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में ज्वेलरी की दुकान में हुई डकैती फिर एनकाउंटर के बाद हुए बवाल को लेकर पुलिस ने बयान जारी किया है। डकैती में मंगेश यादव भी शामिल था। उसके शामिल होने के पुख्ता सबूत मिले हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में यूपी पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने बताया कि घटना से पहले दो बार छापेमारी की गई थी। इसके अलावा, आरोपी के पास से 2.5 किलो सोना बरामद हुआ है। उन्होंने दावा किया कि इस प्रक्रिया को लेकर काफी गलतफहमी थी।

डीजीपी ने बताया कि 28 अगस्त को करीब 12:45 बजे सुल्तानपुर के कोतवाली नगर क्षेत्र में भारत ज्वेलर्स नामक एक ज्वेलर्स के यहां दिनभर लूटपाट की गई। हमारी टीम मीडिया के माध्यम से यहां एकत्रित की गई खबरों के बारे में फैली भ्रांतियों को दूर कर रही है, ताकि इस मामले में अब तक की गई कार्रवाई को उचित सत्यता और साक्ष्यों के साथ सामने लाया जा सके। भारत ज्वेलर्स के यहां दिनदहाड़े लूट हुई थी। साक्ष्यों के आधार पर और पूरी निष्पक्षता के साथ निर्णय लिया गया। एडीजी कानून व्यवस्था इस बारे में खुद ही बताएंगे। इस मामले में अब तक जांच की गई है।

एडीजी एलओ अमिताभ यश ने जानकारी देते हुए बताया, “हमारे पास वीडियो साक्ष्य है, जिससे पता चलता है कि इस घटना में शामिल व्यक्ति विपिन सिंह ने 13 और 15 तारीख को इस घटना को अंजाम देने के लिए दुकान की रेकी की थी।” स्क्रीन पर दिख रहे व्यक्ति, गुर्जर, फुरकान और विपिन सिंह, सभी इस घटना में शामिल थे। इस घटना में मंगेश यादव बाइक चोर था, बाइक जौनपुर से चुराई गई थी। इसमें मंगेश और अन्य की संलिप्तता थी। अपराधी पुष्पेंद्र और डब्लू और सचिन दो समूहों में इस घटना को अंजाम देने पहुंचे थे।

उन्होंने कहा, “ये लोग बोलेरो में सवार होकर आए थे और लूट में सीधे तौर पर शामिल थे,” मंगेश यादव, अंकित यादव, फुरकान अनुज और अरबाज ने दुकान में घुसकर अपराध को अंजाम दिया था। इसके अलावा, दुर्गेश, अरविंद, विवेक, विनय शुक्ला, विपिन सिंह और विवेक ने दुकान के चारों ओर घेरा बना रखा था ताकि किसी आपात स्थिति में वे अधिकारियों से खुद को बचाने के लिए गोली चला सकें।। वे पुलिस पर गोली चला सकते थे, जिससे सभी भाग सकते थे। इसके लिए तकनीकी विश्लेषण और सीसीटीवी फुटेज का इस्तेमाल किया गया है। गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ करने पर ये सभी बिंदु स्पष्ट हो गए। ऐसा करने से घटना सार्वजनिक हो गई और पुलिस और एसटीएफ ने सहयोग किया।

एडीजी जोन लखनऊ एसबी शिरोडकर के अनुसार, घटना में शामिल दो मोटरसाइकिलों की लोकेशन के आधार पर जौनपुर से चोरी की गई बाइकों का पता चला। उस वीडियो को भी खोज लिया गया और उसके आधार पर आरोपी की पहचान की गई। इसके बाद दूसरे दिन सुल्तानपुर पुलिस ने बोलेरो के मालिक से मुठभेड़ की और उसे हिरासत में ले लिया।

बदमाशों से 15 किलो चांदी और 38,500 रुपए कीमत की मोटरसाइकिल लूटी गई। भागते समय बदमाशों ने ज्वैलर्स को जो सामान दिया था, वह भी बरामद हुआ। एसटीएफ और तकनीकी साक्ष्यों की मदद से पूरे घटनाक्रम को मैप किया गया। बोलेरो की जानकारी जुटाई गई। रायबरेली की सलाखों के पीछे मास्टरमाइंड ने खुद को सरेंडर कर दिया। पिछली घटना में विपिन सिंह ने खुद को सरेंडर किया था। सूरत में हुई लूट में अनुज, अरबाज, फुरकान और अन्य शामिल थे।

Prachi Chaudhary

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