मुख्तार अंसारी को उम्र कैद की सजा मिल ही गई!
UP News (यूपी समाचार)! कभी यूपी की राजनीति में रसूख रखने वाले माफिया मुख्तार अंसारी को वाराणसी की एमपी एमएलए अदालत ने अवधेश राय हत्याकांड में उम्र कैद की सजा सुनाई है। अवदेश राय कांग्रेस के विधायक थे। यह घटना 32 साल पहले की है जब राय की हत्या कर दी गई थी। अदालत ने अंसारी पर एक लाख का जुर्माना भी लगाया है। इधर अंसारी पांच बार विधायक रहे हैं। उनका परिवार राजनीतिक रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ा उनका परिवार भी आज इस फैसले पर भौंचक है। अंसारी आगे क्या करेंगे यह तो बाद की बात है लेकिन उनकी कहानी भी अब ख़त्म होती ही नजर आ रही है। फिलहाल मुख्तार अंसारी बाँदा के जेल में बंद हैं।
बता दें कि 1991 में अवदेश राय की हत्या की गई थी। मुख़्तार अंसारी पर हत्या करने का आरोप लगा था। तब से यह मुकदमा चल रहा था। वाराणसी कोर्ट ने पिछले 19 मई को बहस के बाद सुनवाई पूरी की थी और फैसला सुरक्षित रख लिया था। जिसे दलित ने आज फैसला सुना दिया। याद रहे मुख्तार अंसारी को कई मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है।
उधर इस फैसले के बाद अवधेश राय के भाई कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा है कि यह हमारी और हमारे साथ खड़े लोगों की जीत है जो 32 साल बाद मिली है। इस लड़ाई में हम जीत गए। हम अदालत के फैसले का स्वागत करते हैं। अजय राय ने यह भी कहा कि हम सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं लेकिन सुरक्षा नहीं नहीं बधाई जा रही है। अगर मेरे साथ कुछ हो गया तो इसकी जिम्मेदारी बीजेपी सरकार पर होगी।
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गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक अवधेश राय 1991 में तीन अगस्त को अपने घर से बाहर निकले थे। तभी वैन में सवार बदमाशों ने राय पर गोलियां बरसाई थी। राय ने वही पर दम तोड़ दिया था। अवधेश के भाई अजय राय ने तब मुख्तार अंसारी के खिलाफ चेतगंज थाने में केस दर्ज कराया था। इसके साथ ही पूर्व विधायक अब्दुल कलाम ,भीम सिंह ,कमलेश सिंह और राकेश श्रीवास्तव को भी आरोपी बनाया था।
मुख्तार अंसारी अभी बाँदा जेल में बंद हैं। वही भीम सिंह गाजीपुर जेल में हैं। उसे गैंगस्टर केस में सजा हो चुकी है। अब्दुल कलाम और कमलेश सिंह की मौत हो चुकी है। राकेश पर अभी ट्रायल चल रहा है। यह बता दें कि सीबीआई ने इस मामले की जांच की थी।
अब जबकि मुख्तार अंसारी को उम्र कैद की सजा हुई है लेकिन उसके तरफ से अभी तक कोई बयान नहीं आया है। लेकिन मुख्तार की सजा मिलने के बाद यूपी का रजनीतिक तापमान काफी बढ़ गया है। कहा जा रहा है कि इस सजा के बाद सूबे में कई और तरह की आपराधिक मामले की शुरुआत हो सकती है।