Cobra found in a resort in Ramnagar: रामनगर में रिसॉर्ट में 15 फीट का किंग कोबरा, पर्यटकों में मचा हड़कंप
रामनगर के एक रिसॉर्ट में जब 15 फीट लंबा किंग कोबरा अचानक नजर आया तो हड़कंप मच गया। पर्यटकों और स्टाफ की सांसें जैसे थम सी गईं। लेकिन सर्प विशेषज्ञों की टीम ने जब कड़ी मशक्कत के बाद इस खतरनाक सांप को सुरक्षित रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा, तब जाकर सभी ने राहत की सांस ली।
Cobra found in a resort in Ramnagar: जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे ढिकुली क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब एक निजी रिसॉर्ट में 15 फीट लंबा किंग कोबरा घुस आया। इस विशाल सांप को देखकर पर्यटकों और रिसॉर्ट कर्मचारियों के होश उड़ गए। घटना की जानकारी मिलते ही रेस्क्यू टीम को मौके पर बुलाया गया, जिसने घंटों की मशक्कत के बाद कोबरा को सुरक्षित रेस्क्यू किया और जंगल में छोड़ दिया।
किंग कोबरा के कारण फैला खौफ
ढिकुली क्षेत्र, जो अपने सुंदर प्राकृतिक परिदृश्य और कॉर्बेट नेशनल पार्क की निकटता के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है, अचानक इस घटना से दहशत में आ गया। देश-विदेश से आए पर्यटक यहां रात्रि विश्राम और जंगल सफारी का आनंद लेने पहुंचे थे। रिसॉर्ट के अंदर किंग कोबरा को देखते ही वहां मौजूद पर्यटकों में अफरा-तफरी मच गई। रिसॉर्ट के कर्मचारियों ने तुरंत स्थिति की गंभीरता को समझते हुए सेव द स्नेक समिति को सूचना दी।
रेस्क्यू अभियान ने दिलाई राहत
सेव द स्नेक समिति के अध्यक्ष चंद्रसेन कश्यप अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने सावधानीपूर्वक किंग कोबरा को रेस्क्यू किया। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पर्यटकों और कर्मचारियों की सांसें थमी रहीं, लेकिन जब सांप को सुरक्षित पकड़कर जंगल में छोड़ा गया, तो सभी ने राहत की सांस ली।
चंद्रसेन कश्यप ने बताया कि किंग कोबरा जैसे खतरनाक सांप का रिहायशी इलाकों में घुस आना दुर्लभ तो है, लेकिन जंगल से सटे क्षेत्रों में यह संभव है। उन्होंने कहा, “रिसॉर्ट से हमें सूचना मिली थी कि एक विशाल किंग कोबरा रिसॉर्ट के अंदर घुस आया है। पर्यटकों और कर्मचारियों में भारी दहशत थी। रेस्क्यू के बाद सभी ने चैन की सांस ली।”
पर्यटकों की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने रिसॉर्ट्स की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जंगल से सटे इन रिसॉर्ट्स में पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर अब अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। पर्यटकों का कहना है कि वन्यजीवों की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए रिसॉर्ट प्रबंधन को अतिरिक्त सावधानियां बरतनी चाहिए।
जागरूकता की जरूरत
सेव द स्नेक समिति ने इस घटना के बाद पर्यटकों और रिसॉर्ट प्रबंधन से अपील की है कि वे ऐसे मामलों में घबराने के बजाय विशेषज्ञों को सूचना दें और वन्यजीवों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें। साथ ही, समिति ने यह भी कहा कि जंगल से सटे इलाकों में वन्यजीवों का आना स्वाभाविक है, इसलिए जागरूकता और सतर्कता जरूरी है।
इस घटना के बाद से ढिकुली क्षेत्र में पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। वन विभाग और रिसॉर्ट प्रबंधन के बीच तालमेल को बेहतर बनाने के प्रयास शुरू हो चुके हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।