कर्नाटक में कांग्रेस (Karnataka Congress) की चुनावी तैयारी शुरू हो गई। बीजेपी से पहले कांग्रेस की चुनावी तैयारी बहुत कुछ कहती है। कर्नाटक में बीजेपी की सरकार है और रैली कांग्रेस की चल रही है। कांग्रेस ने बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया है। कर्नाटक सरकार को जान विरोधी बताया है। सीएम को पे सीएम कहा जा रहा है। सोमवार को प्रियनका गाँधीने बंगलौर में रैली का आयोजन किया और सरकार की कलई भी खोल दी ,बाद में कई तरह के ऐलान भी कांग्रेस की तरफ से किये गए। कांग्रेस का िलान है कि अगर राज्य में कांग्रेस सत्ता में आती है तो परिवार की महिला मुखिया को हर महीने 2000 रुपए दिए जाएंगे।
बीजेपी की कल से दिल्ली में कार्यकारिणी की बैठक चल रही है। बैठक आज भी है। बैठक में बीजेपी अध्यक्ष नड्डा का बयान सबसे चर्चित रहा। उन्होंने कहा कि इस साल नौ राज्यों में चुनाव है और सभी चुनाव बीजेपी को जितने हैं। बीजेपी के इस दावे से संगठन के लोग गदगद तो हो गए लेकिन जहां चुनाव होने हैं उस राज्य की माली हालत क्या है इसकी जानकारी उन कार्यकर्ताओं को नहीं है जो नड्डा के बयान पर ताली पीट रहे हैं। यह बात और है कि बीजेपी आज भी काफी मजबूत है और बूथ स्तर पर उसकी पहुँच भी। पीएम मोदी का इकबाल आज भी बुलंद है लेकिन यह भी सच है कि उनकी मजबूती अब पहले जैसी नहीं है। आज भी मोदी देश के सभी चर्चित नेताओं में शुमार हैं लेकिन हर राज्यों में बीजेपी की स्थिति केंद्र की तरह ही मजबूत हो ऐसा भी नहीं है। जिन राज्यों में चुनाव होने हैं वहाँ निश्चित तौर पर बीजेपी आज भी मजबूत है लेकिन कई राज्य ऐसे भी हैं जहां बीजेपी को सामने वाले से लड़ाई लड़नी है। बीजेपी की सबसे बड़ी चुनौती कर्नाटक ,राजस्थान ,मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में हैं। कर्नाटक की बोम्मई सरकार काफी बदनाम हो गई है और लगता है कि बीजेपी ने अपनी तैयारी की रणनीति में बदलाव नहीं किया तो चुनाव में उसे झटका लग सकता है। येदुरप्पा पहले से ही नाराज हैं और रेड्डी बंधू भी पार्टी के अलग होकर एक नयी राजनीति की शुरुआत करते दिख रहे हैं। बीजेपी के लिए कर्नाटक इस बार करों या मारो की तरह है।
अब बात कांग्रेस की। कर्नाटक में चुनाव से बहुत पहले रैली शुरू कर कांग्रेस ने चुनावी दुदुम्भी तो बजा दी है लेकिन असली चर्चा उसके ऐलान को लेकर होने लगी है। पहले कांग्रेस ने हर आदमी को 200 यूनिट बिजली फ्री में देने की बात कही थी और अब हर महिलाओं को नकद 2000 की राशि देने की बात। काफी आकर्षक वादा इसे मना जा रहा है। कांग्रेस ने कहा कि इस स्कीम के जरिए वह एलपीजी के आसमान छूते दामों और रोजाना के खर्चों के भार से महिलाओं को कुछ राहत देना चाहती है। साथ ही यह भी कहा कि कांग्रेस कर्नाटक की हर महिला को आर्थिक आजादी देना चाहती है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस केजरीवाल की राह पर चल रहे हैं। बीजेपी का यह आरोप है। पलट में कांग्रेस कह रही है कि बीजेपी की सरकार राज्यों से लेकर केंद्र की तरफ से जो योजना चला रही है वह क्या है ? वैसे भी दक्षिण की राजनीति में फ्री गिफ्ट देने की परिपाटी लम्बे समय से चली आ रही है। कर्नाटक ,तमिलनाडु ,आंध्रा और तेलंगाना में चुनाव के दौरान बड़े बड़े वादे किये जाते हैं। सोना ,गहना और टीवी ,फ्रिज से लेकर कई तरह की योजनाये देने की बात होती है और चुनाव बाद सरकार उसे पूरा भी करती रही है। अब कांग्रेस भी इसी राह पर है। वादों की झरी और भी लगेगी ऐसा कहा जा रहा है। उधर बीजेपी का बड़ा प्लान तैयार कर रही है। बीजेपी को हर हाल में कर्नाटक में सत्ता लौटाने की चुनौती है। यह बात और है कि बीजेपी के बड़े वोटर में बड़े बदलाव आये हैं। पिछले कुछ महीनो में बीजेपी का एक बड़ा वोट बैंक कांग्रेस से जा मिला है और खबर ये भी है भीतर से येदुरप्पा कांग्रेस के साथ मिलकर बीजेपी को सबक सिखाने को तैयार है।
हालांकि इस बात में कितना दम है इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती लेकिन कर्णाटक में कांग्रेस की तैयारी काफी अलग तरह की है। उसकी नजर वोट बैंक पर भी है। जातीय समीकरण पर भी और युवाओं पर भी। इसके साथ ही इस बार बीजेपी के खेल का जवाब भी भी कांग्रेस तैयार कर रही है।
प्रियंका ने इस रैली में भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 40% कमीशन लेकर राज्य के 1.5 लाख करोड़ रुपए अपनी जेब में कर लिए हैं। यहां आपको हर काम के लिए रिश्वत देनी पड़ती है।यहां जिंदगी बहुत महंगी हो गई है, लेकिन कोई सरकार को दोषी नहीं ठहरा रहा है। इसलिए सरकार यहां लोगों का ध्यान बेकार के विवादों में खींच रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की पॉलिसी से कुछ ही लोगों को फायदा होता है और ये कुछ लोग अमीर से और अमीर होते जाते हैं
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