SCO Summit 2023: भारत की सरज़मी पर कई देशों की बड़ी-बड़ी हस्तियां शिरकत करने आ रही हैं। ये भारत के लिये काफी गर्व की बात है कि भारत ऐसे संघठन की अगुवाई कर रहा है जिसमें सुरक्षा, आतंकवाद, जातीय भेदभाव और धार्मिक कट्टरता जैसे मुद्दों को रखा जाना है। ये बैठक इस लिये भी अहम मानी जा रही है क्योंकि, 12 साल के बाद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो (Bilawal Bhutto) इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं।
भारत और पाकिस्तान के रिश्तें कैसे रहे हैं ये किसी से छिप नहीं सकता हैं। पाकिस्तान भारत के खिलाफ हमेशा जहर घोलता आया है. भारत ने जब भी पाकिस्तान पर भरोसा किया तो हमेशा पाकिस्तान ने दगाबाजी का खंजर भारत के सीने में घोंपा. लेकिन ऐसे में जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भारत आ रहें तो एक बार फिर दोनों देशों के रिश्तों पर क्या असर होगा काफी चर्चा का विषय बना हुआ है.
बिलावल भुट्टो गोवा में होने वाले SCO के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने वाले हैं. 12 साल बाद पाकिस्तान का कोई विदेश मंत्री भारत आ रहा है लेकिन उसके पास अपने देश को बताने के लिए कुछ नहीं है तो ऐसे में सवाल यही है कि वो भारत आखिर आ क्यों रहा है? पाकिस्तान की मीडिया पूछ रही है कि जब विदेश मंत्री एस जशंकर ने दो-तरफा बातचीत से इनकार कर दिया है, तो वो गोवा क्या घूमने के लिये आ रहे हैं ?
दरसल, पीएम की आतंकवाद की ‘जीरो टालरेंस’ की नीति की तहत जब तक कोई पाकिस्तान सीमापार आंतकवाद खत्म नही करने की गारंटी नहीं दे देता तब तक भारत पाकिस्तान से कोई बात नहीं करेगा। बता दें कि गोवा में SCO में विदेश मंत्रियों की होने वाली बैठक में कई बड़े देश जैसे कि चीन, रूस, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान के साथ पाकिस्तान शामिल हैं ये सब एससीओ SCO के सदस्य हैं, तो इन सभी देशों के विदेश मंत्री भारत आ रहे हैं।