New Parliament News: आत्मनिर्भर भारत को मिल गया नया संसद भवन। इस नए भवन का आज उद्घाटन पीएम मोदी ने कर दिया। पहले पूजा ,अनुष्ठान हुए। पंडितों ,पुजारियों और महंतों ने मंत्रोच्चार किये और अंत में यह भवन राष्ट्र के नाम समर्पित हो गया। इस समारोह में कई लोग पधारे। लेकिन विपक्षी दलों की अनुपस्थिति सबको खली। आज सभी शामिल होते तो लोकतंत्र के इस शानदार मंदिर की शोभा और भी बढ़ जाती। लेकिन राजनीति के क्या कहने ! ठगिनी राजनीति न किसी की हुई है न होगी। पक्ष -विपक्ष की राजनीति अब ज्यादा नीचे गिर गई है।
यह राजनीति अब दुश्मनी का रूप ले चुकी है। और इसके लिए कोई एक पक्ष जिम्मेदार नहीं है। बदले की राजनीति सरकार से ही शुरू हुई और अब विपक्ष भी हमलावर है। इस पुरे खेल में मीडिया का बदला है वह भी ऐतिहासिक है। पूरी मीडिया सरकार के साथ खड़ी है। इस खेल का अंतिम परिणाम लोकतंत्र पर क्या पडेगा कहना आसान नहीं है। मौजूदा विश्वसनीयता साफ़ ख़त्म हो गई है। पत्रकारों के रूप में दलाल और भक्तों की भीड़ खड़ी हो गई है। न इनके पास कोई ट्रेनिंग है और न ही पत्रकारिता के प्रति को जवाबदेही। पैसो कुछ भी करते दिख रहे हैं। और इस खेल को भी आगे बढ़ाने में मौजूदा बीजेपी की ही बड़ी भूमिका रही है। अब इस खेल शायद ही हो।
लेकिन हम बात कर रहे हैं संसद भवन की निगरानी के बारे में। जानकारी के मुताबिक नए संसद भवन की निगरानी बाज की नजर से की जाएगी। चारो तरफ खास उपकरण लगाए गए हैं। संसद एंटी ड्रोन और एंटी मिसाइल उपकरण भी लगाए गए हैं। सुरक्षा में लगे एनएसजी आईबी ,आईटीबीपी और दिल्ली पुलिस की संख्या में काफी बढ़ोतरी की गई है। भवन का चप्पा चप्पा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से लैस है। थोड़ी सी हरकत भी जानलेवा हो सकता है। संसद भवन में थर्मल इमेजिंग सिस्टम वाले कैमरे लगाए गए हैं। इससे सभी तरह के संदिघ्ध गतिविधियों को पकड़ा जा सकता है। 360 डिग्री पर कैमरे घूम रहे हैं। किसी तरफ से संसद परिसर में घुसेगा मिल जाएगी। सांसदों की गाड़ियों पर भी कोई हमला नहीं जा सकता।
संसद भवन में एनएसजी के शार्प शूटर की तैनाती की गई है। ये तैनाती 24 घंटे की रहेगी। इसके अलावा पीडीपी जो सीआरपीएफ का है एक समूह है, उसकी संख्या भी बढ़ा दी गई है। संसद भवन परिसर की सुरक्षा दिल्ली पुलिस के शार्प शूटर और स्वैट कमांडो को दी गई है। कह सकते हैं कि कोई भी संसद भवन के पास नहीं आ सकती। उसे बीच रास्ते ही ख़त्म कर दिया जायेगा।