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Kanwar Yatra 2024: कावंड यात्रा के दौरान रूट डायवर्जन, QR कोड से जानें सभी रूट की जानकारी

Route diversion during Kavad Yatra, know all route information from QR code

Kanwar Yatra 2024: कांवड़ यात्रा शुरू होने के दौरान एनएच-58 और मेरठ में गंगनहर ट्रैक पर यातायात प्रभावित रहेगा। कांवड़ियों के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे बंद रहेगा। हरिद्वार प्रशासन के QR कोड से पार्किंग और ट्रांज़िट की जानकारी मिलेगी। ADG ट्रैफिक ने उत्तराखंड बार्डर का निरीक्षण किया और शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई की बात कही।

आपको बता दें इस साल 22 जुलाई से कावंड यात्रा शुरू होने वाली हैं जिसको लेकर शनिवार यानि 13 जुलाई को लखनऊ से आए ADG ट्रैफिक के. सत्यनारायण ने मेरठ में अधिकारियों के साथ बैठक की। मीटिंग में कांवड़ यात्रा का पूरा ट्रैफिक प्लान फाइनल कर दिया है। इसके साथ ही प्रशासन ने एडवाइजरी भी जारी की है। बैठक में कांवड़ यात्रा के दौरान रूट डायवर्जन, जाम समेत अन्य समस्याओं को लेकर एडीजी ने अधिकारियों को निर्देश दिए। शुक्रवार को एडीजी ट्रैफिक और मेरठ SP ट्रैफिक राघवेंद्र कुमार मिश्रा के बीच हुई बैठक में पूरी प्लानिंग पर चर्चा हुई। इस दौरान पुलिस लाइन में कांवड़ियों को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर आने से रोकने, दिल्ली से भारी ट्रैफिक को मेरठ की ओर मोड़ने समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई।

कांवड़ यात्रा के दौरान एनएच-58 पर यातायात प्लान, गंगनहर पटरी पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद करने, बागपत में पुरा महादेव मंदिर तक जाने वाले मार्गों की सुरक्षा और मेरठ (Meerut) से बिजनौर होते हुए हाईवे को डायवर्ट करने समेत विभिन्न योजनाओं पर चर्चा हुई। मेरठ जोन के अफसरों, गाजियाबाद पुलिस, नोएडा पुलिस, उत्तराखंड (uttrakhand) के अफसरों और दिल्ली पुलिस के साथ ADG की शनिवार को मीटिंग हुई। उन्होंने इसके अलावा उत्तराखंड सीमा तक का निरीक्षण किया। एडीजी ने अधिकारियों को शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए ई-रिक्शा के लिए मार्ग निर्धारित करने, यातायात दुर्घटनाओं को कम करने के लिए नशे में वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करने, सड़क के किनारे वाहन न खड़ा करने, बड़े ट्रकों को बायीं लेन में चलाने के निर्देश दिए।

QR कोड’ से पता चलेगा रास्ता

हरिद्वार प्रशासन ने पहली बार कांवड़ यात्रा के लिए ‘क्यूआर कोड’ बनाया है। इसे स्कैन करने पर कांवड़ियों को कांवड़ मार्ग, चक्कर और पार्किंग से जुड़ी सभी नवीनतम जानकारी मिल जाएगी। इस QR कोड के जरिए आप पुलिस से भी चैटिंग कर सकते हैं। ये क्यूआर कोड समय-समय पर कांवड़ियों को अपडेट देता रहेगा। कांवड़िया अपने मोबाइल से क्यूआर कोड को स्कैन करेगा, उसे अपने रूट और यात्रा से जुड़ी सभी जानकारी पलक झपकते ही उनके मोबाइल पर मिलेगी।

मेरठ ADG जोन ध्रुवकांत ठाकुर के अनुसार, कांवड़ियों को रूट और पार्किंग व्यवस्था की जानकारी देने के लिए क्यूआर कोड जारी किया गया है। इससे न केवल कांवड़ यात्रा सुरक्षित और आसान होगी, बल्कि इससे आप अपने फोन पर ही गाड़ी पार्क करने, खोई हुई वस्तु ढूंढने, ट्रैफिक में फंसने जैसी समस्याओं का समाधान भी कर सकेंगे। इसके लिए बस मोबाइल स्कैनर का इस्तेमाल करना होगा। लाखों की संख्या में शिवभक्त कांवड़िए अलग-अलग जगहों से हरिद्वार पहुंचेंगे और जल लेकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ेंगे। यात्रा को बिना परेशानी के संपन्न कराने के लिए पांचों राज्य यूपी, उत्तराखंड ,दिल्ली, हरियाणा और हिमाचल कांवड़ियों की सुगम यात्रा की व्यवस्था पर काम कर रहे हैं। सभी राज्यों की संयुक्त बैठक के बाद हरिद्वार प्रशासन ने भी ‘QR CODE’ लॉन्च करने का फैसला किया। ‘क्यूआर कोड’ से जोड़े गए ऐप में प्रशासन ने 12 पार्किंग स्थलों का विवरण दिया है। इनमें छह पार्किंग छोटे वाहनों के लिए आरक्षित हैं।

Prachi Chaudhary

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