Political News: पहले पत्रकारों पर करवाई फिर संजय सिंह की गिरफ्तारी और आज टीएमसी नेता और मंत्री के घर पर ईडी की छापेमारी बहुत कुछ कहती है। मौजूदा राजनीति का सच यही है कि यहाँ किसी के साथ कुछ भी हो सकता है। कोई भी जेल जा सकता है और कोई भी बदनाम भी हो सकता है। राजनीति का यह सच कभी कभी डरा भी रहा है। अब देश के भीतर यह चर्चा आम हो गई है की राजनीति बदले की भावना से चल रही है। आज की राजनीति इतना नीचे गिर गई है कि जिसकी कल्पना भी नहीं जा सकती। राजनीति की यह धार आगे और कितनी तीक्षण होगी कोई नहीं जानता। अब तो चर्चा इस बात की भी हो रही है कि कही सत्ता बदल गई तब क्या होगा ? उन जांच एजेंसियों का का क्या होगा जो आज मौजूदा सरकार के इशारे पर किसी भी विपक्षी नेताक का मान -सामान दो मिनट में हरण करने को तैयार है। किसी भी पत्रकार ,सरकार विरोधी आदमी ही क्यों न हो उसके साथ कब क्या हो जाए कोई नहीं जानता।
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आज आप नेता संजय सिंह को पांच दिनों के लिए ईडी की रिमांड पर भेज दिया गया। दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत में संजय सिंह और ईडी के वकीलों के बीच खूब बहस हुई। ईडी ने दस दिनों का रिमांड माँगा लेकिन अंत में उसे पांच दिनों की रिमांड ही दी गई। दस अक्टूबर को संजय सिंह को ईडी को अदालत में पेश करना है। दस तारीख की पेशी में ईडी और क्या नई जानकारी अदालत को देती है यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन इतना तय माना जा रहा है कि ईडी के इस खेल में संजय सिंह को फांस लिया गया है। हो सकता है कि उन्हें अदालती कार्रवाई से निकलने में समय भी लग जाए।
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बीजेपी चाह रही है कि संजय सिंह को काम से काम लोकसभा चुनाव तक उलझा कर रखा जाए। संजय सिंह यूपी से लेकर गुजरात और पंजाब से लेकर मध्यप्रदेश और कई चुनावी राज्यों में आप को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं। बीजेपी को यह भी लग रहा है कि यूपी में अगर संजय सिंह हाजिर रहते हैं तो चार पांच सीटों पर वह बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। लोकसभा चुनाव में बीजेपी सूबे की सभी सीटों को जितने का प्लानिंग कर रही है लेकिन विपक्ष की राजनीति इस खेल में आड़े हाथ आ रही है। बप एक तरफ अखिलेश यादव से तो लड़ ही रही है अब उसे संजय सिंह भी लड़ना हो यह कठिन हो जायेगा।
लेकिन मामला केवल चुनाव तक का ही नहीं है। विपक्ष को मैसेज देने का भी है। बीजेपी अब जान रही है कि अगर इस वक्त पूरी ताकत के साथ विपक्ष और विपक्षी समझ रखने वाले पत्रकारों से जूझना है तो उसे कड़ी कार्रवाई करनी पड़ेगी। बीजेपी जान रही है कि वह अभी जो भी कर रही है उसके बाद कुछ बचता नहीं है। बीजेपी यह भी जान रही है कि अगर चुनाव में उसकी हार हो गई तो उसके साथ इससे भी ज्यादा बुरे व्यवहार हो सकते हैं। बीजेपी इसके आगे की भी बहुत बात समझ रही है। लेकिन समझ कर भी अब उसका कोई भी प्लानिंग रुकने वाला नहीं है। यह तरह से बीजेपी के लिए मौजूदा समय करो या मारो जैसा है।
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संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद विपक्षी खेमा में काफी नाराजगी है। अब लोह यह मान रहे हैं कि आने वाले समय में कुछ और बड़े नेताओं की गिरफ्तारी हो सकती है। कुछ ऐसे चेहरे भी जान एजेंसियों के घेरे में आ सकते हैं जिसकी कल्पना भी नहीं जा सकती लेकिन राजनीति में बड़ी उलटफेर हो सकती है। संजय सिंह की गिरफ्तारी का सभी दलों ने विरोध किया है और सरकार पर हमला भी किया है। इसी कड़ी में एनसीपी नेता शरद पवार ने जो कुछ भी कहा है वह मायने रखता है। उन्होंने कई बातों की तरफ इशारा भी किया है और बीजेपी को चेता भी दिया है। पवार ने कहा है कि बीजेपी आज जो भी कर रही है जनता उसे जल्द ही उसे सबक सीखा देगी। बात को आगे बढ़ाते हुए पवार ने कहा है कि मुझे लगता है कि राजनीति में जब विपक्ष के खिलाफ कुछ मिलता नहीं तो फिर ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां आगे है। उसे सक्रिय कर दिया जा रहा है। लोग इसका सबक सिखाएंगे। आज सिखाये या कल। कभी न कभी सबक तो सिखाएंगे। पवार ने आगे कहा कि बीजेपी आज जो भी कर रही है उससे इंडिया गठबंधन और भी मजबूत हो रहा है।