Sanatan Dharma: देश चुनावी रंग में रंगता जा रहा है। जिधर देखो उधर चुनाव की ही बातें हो रही है और फिर जहां चुनाव हों वहां के माहौल के बारे में आप सहज ही पता कर सकते हैं। देश के कई इलाके आज भी बाढ़, हिंसा और तबाही से गुजर रहे हैं। वहां किसी के जाने की कोई जरूरत नहीं हो रही है लेकिन जहां चुनाव हैं वहां हर कोई दौड़ते नजर आ रहा है।
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प्रधानमंत्री मोदी आज बीना पहुंचे। मध्यप्रदेश में चुनाव है तो बीना जाकर पीएम मोदी (PM Modi) ने बहुत से उपहार आज बीना को दिए हैं। खबर के मुताबिक 50 हजार सात सौ करोड़ की योजनाएं बीना को आज पीएम मोदी (PM Modi) ने दी है। कई लोग यह कह रहे हैं कि ये योजनाएं जो आज दी गई है वह पहले क्यों नहीं दी गई ? क्या चुनाव के लिए ही ये योजनाएं रखी गई थी ? कुछ लोग यह भी कहते सुने गए कि चुनाव के समय सरकार की तरफ से रेवड़ियां बांटी जा रही है। कई लोग यह कह रहें हैं कि पीएम मोदी पर जो लोग आरोप लगा रहे हैं वे सब विपक्ष वाले लोग है। लेकिन सवाल तो सही ही लगता है। और फिर इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं।
बीना में पीएम मोदी (PM Modi) के साथ शिवराज भी चल रहे थे। मंच साझा कर रहे थे। लोग मोदी-मोदी के नारे तो लगा रहे थे लेकिन उन नारों में कोई बड़ी बुलंदी नहीं थी। लगता था जैसे सब कुछ मैनेज किया हुआ हो। जानकार कहते हैं कि अब लोग थक भी गए हैं। एक ही लोग और एक ही नारे। कितनी बारी देखा जाए और कितनी बार शोर मचाया जाए। समय तो बदला नहीं। स्थिति तो बदली नहीं। घर के बच्चों को रोजगार मिलता नहीं और पांच किलो अनाज पर सब कुछ चल रहा है। यह पांच किलो अनाज भी अगर बंद हो जाए तब क्या होगा ? भुखमरी आ जाएगी।
मंच सजा था। पीएम मोदी (PM Modi) और सीएम शिवराज मंच पर पहुंचे. जनता फिर से पागल हुई। आगे बैठी जनता कहां से लाइ गई थी कोई नहीं जानता। पसीने में भींगते हुए काफी देर तक नारे लगाते रहे। गला जब भर गया तो थक हार कर बैठ गए। इन लोगों की एक अलग जमात है। हो सकता है पार्टी के ही लोग हों या फिर भाड़े के आदमी। मंच को सजा देखकर प्रधानमंत्री मोदी खड़े हुए। दूर तक लोगों को निहारा। देखा और मन तो शांत करते हुए विपक्ष पर निशाना साध दिया। विषय था सनातन। आज की टैक्स में सनातन काफी हॉट केक बना हुआ है। बहुत से लोग सनातन को जानते तक नहीं। सनातनी परंपरा को पहचानते तक नहीं। मूर्ख की भाषा में इसे ही भारत के लोग हिन्दू धर्म कहते हैं। वही हिन्दू धर्म जिस पर हम अभी तक आस्था रखते आये हैं और एक पवित्र जीवन जीने की बात करते हैं। लेकिन सनातन इससे भी आगे की चीज है। किसे समझाया जाए !कौन समझने को तैयार है ?
प्रधानमंत्री के लिए बढ़िया विषय था सनातन। इसके जरिए विपक्ष वालों की क्लास ले ली। वैसे भी जब पीएम (PM Modi) बोलते हैं तो किसकी मजाल कि कोई जवाब दें दे ! लम्बा बोलते हैं और जनता सिर्फ सुनती ही रहती है। कई तरह के अर्थ लगाएं जाते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विपक्ष ने इंडिया अलाइंस बनाया है। इसे कोई घमंडिया गठबंधन भी कह रहा है। मुंबई की बैठक में घमंडिया गठबंधन ने नीतियां बनाई है। उनका छुपा हुआ एजेंडा है। इनकी नीति है भारत की संस्कृति पर हमला करने की। भारतियों की आस्था पर हमला करने की। ये सनातन को टारगेट कर रहे हैं। सनातन को समाप्त करने की योजना बना रहे हैं। गांधी और लक्ष्मीबाई ने सनातन से प्रेरणा ली थी लेकिन ये घमंडिया गठबंधन के लोग सनातन को ही ख़त्म करना चाहते हैं। सनातन को तहस नहस करना चाहते हैं। लेकिन इनके मनसूबे पूरे नहीं होंगे।
प्रधानमंत्री बोले जा रहे थे और लोग तालियां बजा रहे थे। बीच-बीच में जयकारे भी लग रहे थे। पीएम फिर से बोले। उन्होंने कहा कि आज ऐसे दल भी हैं जो देश को तोड़ना चाहते हैं। इन्होंने मिलकर गठबंधन तो बनाया है लेकिन काम तोड़ने का कर रहे हैं। समाज को बांट रहे हैं। लेकिन देश की जनता सब देख रही है। इनको सबक मिलेगा। जनता ही इनको जवाब देगी।