Karnataka News: सिद्धारमैया जिन्हे कर्नाटक के लोग सिद्धा के नाम से पुकारते है अब कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री होंगे ।खड़गे ने उनके नाम पर अंतिम मुहर लगा दी है ।माना जा रहा है कि सीएम की रेस में चल रहे पार्टी के अध्यक्ष शिवकुमार डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं ।कल शपथ ग्रहण की संभावना है ।नाम फाइनल होने के बाद कर्नाटक का सारा सस्पेंस भी खत्म हो गया है । बता दें कि हालिया चुनाव में कांग्रेस को 135 सीटों के साथ बड़ी जीत मिली थी लेकिन सीएम को लेकर सस्पेंस बना हुआ था ।
इसमें कोई शक नहीं पार्टी को जीतने में शिवकुमार को बड़ी भूमिका थी । वे संकटमोचक की भूमिका में अंत तक बने रहे ।लेकिन इन पर चल रहे कई मुकदमों की वजह से पार्टी हाई कमान ने इनके नाम को पीछे कर दिया ।बता दें कि शिवकुमार पर ईडी ,सीबीआई और इनकम टैक्स की जांच चल रही है ।यही वह वजह है जिससे शिवकुमार को पीछे हटना पड़ा ।कहा जा रहा है कि शिवकुमार डिप्टी सीएम तो रहेंगे हो इसके साथ ही कोई बड़ा मंत्रालय भी उन्हें दिया जा सकता है ।
उधर कर्नाटक की राजनीति में लिंगायत और बोकलिंगा समाज का दखल ज्यादा रहता है लेकिन सिद्धा कुरुबा समाज से आते है ।इस समुदाय का कर्नाटक में करीब 9 फीसदी वोट है और इस बार पूरा समाज कांग्रेस को वोट देकर सिद्धा को मजबूती देने का काम किया था ।कर्नाटक में लिंगायत की आबादी 17 फीसदी है जबकि बोकलिंगा की आबादी 14 फीसदी है ।12 फीसदी मुसलमान की आबादी है जबकि 9 फीसदी कुरीबा समाज है ।इस बार दलित और आदिवासी समाज का भी अधिकतर वोट कांग्रेसब्के पाले में आया ।खड़गे दलित समाज से आते है जबकि आदिवासी समाज के कई नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल करने की तैयारी है ।
कांग्रेस की परेशानी यह थी कि सिद्धा और शिवकुमार पार्टी के बड़े चेहरे है और कोई किसी से कम नहीं ।शिवकुमार सोनिया और प्रियंका के खास रहे है जबकि राहुल के करीब सिद्धा रहे हैं ।हालाकि इस चयन खेल में गांधी परिवार अलग ही रहा ।सभी निर्णय खड़गे लेते रहे ।
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शिवकुमार को दिक्कत यही रही कि इनके ऊपर कई मामले चल रहे है ।अगर वे जांच के दायरे में नहीं होते तो संभव था कि शिवकुमार ही सीएम बनते ।लेकिन ईडी की जांच और सीबीआई के रडार पर चढ़े शिवकुमार को snt में पीछे हट जाना पड़ा ।