Wrestler Protest: आज पहलवानों को कैसे न्याय दिलाई जाए इसको लेकर मुज़फ्फरनगर के ऐतिहासिक सौरम गांव में खाप और किसानो की महापंचायत होने वाली है। जानकारी के मुताबिक़ इस महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए बड़ी संख्या में खाप और किसानो का जत्था सुअराम की तरफ निकल रहा है। इसके साथ ही वेस्टर्न यूपी के सभी जिलों के खाप और किसान नेता वहां पहुँच रहे हैं। दिल्ली इलाके के खाप और किसान नेता भी वहां भी पहुँच रे हैं। राजस्थान से भी बड़ी संख्या में किसान और नेता सौरम पहुँच रहे हैं। इसी बीच किसान नेता राकेश टिकैत का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने साफ़ तौर पर कहा है कि देश अब लोकतंत्र से तानाशाही की तरफ बढ़ रहा है लेकिन देश के किसान ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि किसान और खाप मिलकर देश की बेटियों को न्याय दिलाएंगे। उन्होंने अयोध्या में पांच जून को होने वाली रैली पर भी कहा है कि संतो की सभा की देश की बेटों को भेज दिया जाएगा। फिर उन्हें जो भी अच्छा लगेगा करेंगे।
लेकिन इन सब बातों से इतर हरियाणा और वेस्टर्न यूपी की बीजेपी इकाई अब हरकत में आ गई है। बीजेपी को लगने लगा है कि अगर इस मुद्दे को जल्द ख़त्म नहीं किया गया तो इसके राजनीतिक नुक्सान बह हो सकते हैं। खबर है कि जो नुकसान होने की सम्भावना है इसकी जानकारी बीजेपी की स्थानीय इकाई ने पार्टी हाई कमान को भी बता दिया है। सौरम की पंचायत को देखते हुए डिल ,यूपी और हरियाणा की बीजेपी सक्रिय हो गई है।
सूत्रों के मुताबिक वेस्टर्न यूपी और हरियाणा में बीजेपी की परेशानी बाद सकती है। इन इलाकों से बीजेपी को काफी वोट मिलते रहे हैं। अगर यहाँ के खाप और किसान नाराज हो गए तो बीजेपी को राजनीति करना मुश्किल हो जायेगा। सूत्र बताते हैं कि (wrestlers Protest )पहलवानो का मुद्दा हरियाणा के गांव हाव तक पहुँच गया है। हर गांव के लोग सरकार को घेर रहे हैं और बीजेपी पर कई तरह के आरोप भी लगा रहे हैं। जिस तरह से हरयाण के गांव में पहलवानो का मुद्दा चर्चा का विषय का बना हुआ है ऐसे में कोई निर्णय सरकार नहीं करती है तो बीजेपी को गले चुनाव में हार का सामना भी करना पड़ सकता है। ये हाल वेस्टर्न यूपी का भी है। वहां के किसान और खाप भी मोदी सरकार से बेहत नाराज चल रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि जिस तरह से देश की बेटियों के साथ सरकार के लोगों ने व्यवहार किया है उसके बाद बीजेपी के नेताओं को भी इलाके में जाने से रोका जा सकता है।
वैसे हरियाणा (hariyana) के कई बीजेपी नेता भी अब पहलवानो के साथ खड़ा होने की बात की है। लेकिन बीजेपी की हरियाणा इकाई अभी भी खुलकर कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है। कहा जा रहा है कि बृजभूषण सिंह बचाने के लिए बीजेपी और केंद्र सरकार कोई निर्णय नहीं ले रही है। बीजेपी को भय है कि अगर बृजभूषण को गिरफ्तार किया गया तो बीजेपी को नुक्सान हो सकता है। गोंडा से लेकर अयोध्या तक की तीन चार लोकसभा सीटें बीजेपी के हाथ से निकल सकती है। इन इलाकों में सिंह का काफी दबदबा है और यहाँ ीके कई शैक्षणिक संस्थान भी चलते हैं। इन इलाकों के संत भी सिंह के साथ हैं। बीजेपी जानती है कि बृजभूषण पर लिया गया कोई भी फैसला बीजेपी के लिए मारक हो सकता है। लेकिन सूत्र यह भी बता रहे हैं कि अगर दो चार सीटों की वजह से बीजेपी ऐसा कुछ कर रही है तो इसका असर कई राज्यों के चुनाव पर भी पड़ेंगे। राजस्थान और मध्यप्रदेश के चुनाव पर भी इसके असर पड़ेंगे।
आज पहलवानों को कैसे न्याय दिलाई जाए इसको लेकर मुज़फ्फरनगर के ऐतिहासिक सौरम गांव में खाप और किसानो की महापंचायत होने वाली है। जानकारी के मुताबिक़ इस महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए बड़ी संख्या में खाप और किसानो का जत्था सुअराम की तरफ निकल रहा है। इसके साथ ही वेस्टर्न यूपी के सभी जिलों के खाप और किसान नेता वहां पहुँच रहे हैं। दिल्ली (Delhi) इलाके के खाप और किसान नेता भी वहां भी पहुँच रे हैं। राजस्थान से भी बड़ी संख्या में किसान और नेता सौरम पहुँच रहे हैं। इसी बीच किसान नेता राकेश टिकैत का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने साफ़ तौर पर कहा है कि देश अब लोकतंत्र से तानाशाही की तरफ बढ़ रहा है लेकिन देश के किसान ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि किसान और खाप मिलकर देश की बेटियों को न्याय दिलाएंगे। उन्होंने अयोध्या में पांच जून को होने वाली रैली पर भी कहा है कि संतो की सभा की देश की बेटों को भेज दिया जाएगा। फिर उन्हें जो भी अच्छा लगेगा करेंगे।
लेकिन इन सब बातों से इतर हरियाणा और वेस्टर्न यूपी की बीजेपी इकाई अब हरकत में आ गई है। बीजेपी को लगने लगा है कि अगर इस मुद्दे को जल्द ख़त्म नहीं किया गया तो इसके राजनीतिक नुक्सान बह हो सकते हैं। खबर है कि जो नुकसान होने की सम्भावना है इसकी जानकारी बीजेपी की स्थानीय इकाई ने पार्टी हाई कमान को भी बता दिया है। सौरम की पंचायत को देखते हुए डिल ,यूपी और हरियाणा की बीजेपी सक्रिय हो गई है।
सूत्रों के मुताबिक वेस्टर्न यूपी (Uttar Pradesh) और हरियाणा में बीजेपी की परेशानी बाद सकती है। इन इलाकों से बीजेपी को काफी वोट मिलते रहे हैं। अगर यहाँ के खाप और किसान नाराज हो गए तो बीजेपी को राजनीति करना मुश्किल हो जायेगा। सूत्र बताते हैं कि पहलवानो का मुद्दा हरियाणा के गांव हाव तक पहुँच गया है। हर गांव के लोग सरकार को घेर रहे हैं और बीजेपी पर कई तरह के आरोप भी लगा रहे हैं। जिस तरह से हरयाण के गांव में पहलवानो का मुद्दा चर्चा का विषय का बना हुआ है ऐसे में कोई निर्णय सरकार नहीं करती है तो बीजेपी को गले चुनाव में हार का सामना भी करना पड़ सकता है। ये हाल वेस्टर्न यूपी का भी है। वहां के किसान और खाप भी मोदी सरकार से बेहत नाराज चल रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि जिस तरह से देश की बेटियों के साथ सरकार के लोगों ने व्यवहार किया है उसके बाद बीजेपी के नेताओं को भी इलाके में जाने से रोका जा सकता है।
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वैसे हरियाणा के कई बीजेपी नेता भी अब पहलवानो के साथ खड़ा होने की बात की है। लेकिन बीजेपी (BJP) की हरियाणा इकाई अभी भी खुलकर कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है। कहा जा रहा है कि बृजभूषण सिंह बचाने के लिए बीजेपी और केंद्र सरकार कोई निर्णय नहीं ले रही है। बीजेपी को भय है कि अगर बृजभूषण को गिरफ्तार किया गया तो बीजेपी को नुक्सान हो सकता है। गोंडा से लेकर अयोध्या तक की तीन चार लोकसभा सीटें बीजेपी के हाथ से निकल सकती है। इन इलाकों में सिंह का काफी दबदबा है और यहाँ ीके कई शैक्षणिक संस्थान भी चलते हैं। इन इलाकों के संत भी सिंह के साथ हैं। बीजेपी जानती है कि बृजभूषण पर लिया गया कोई भी फैसला बीजेपी के लिए मारक हो सकता है। लेकिन सूत्र यह भी बता रहे हैं कि अगर दो चार सीटों की वजह से बीजेपी ऐसा कुछ कर रही है तो इसका असर कई राज्यों के चुनाव पर भी पड़ेंगे। राजस्थान और मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh)के चुनाव पर भी इसके असर पड़ेंगे।