Maharashtra News: राजनीति में जब सब कुछ संभव है तो इस बात की भी सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि अगले महीने के पहले पखवाड़े में महाराष्ट्र राजनीति में बड़े बदलाव हो सकते हैं। कह सकते हैं कि शिंदे की सरकार भी जा सकती है और अजीत पवार या तो फिर से शरद गुट के साथ आ सकते हैं या फिर वे सीएम की कुर्सी पर भी बिराजमान दिख सकते हैं।
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यह भी संभव है कि महाराष्ट्र (Maharashtra) में भी चुनाव की घोषणा हो सकती है। अगर चुनाव की घोषणा होती है तो बीजेपी की परेशानी बढ़ेगी और इंडिया गठबंधन सब पर भारी पड़ेगा। शिंदे की पार्टी कहीं की नहीं रह जायेगी और सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस बात की ज्यादा सम्भावना दिख रही है कि बीजेपी और शिंदे शिवसेना के बीच तकरार कुछ ज्यादा ही बढ़ सकते हैं। लेकिन ये सभी बातें कयासों पर ही आधारित है। कयास सच भी हो सकते हैं गलत भी। लेकिन एक बात साफ़ है कि महाराष्ट्र में बड़े उलट फेर हो सकते हैं।
मुख्य मंत्री शिंदे के विधायकों के खिलाफ अयोग्यता वाली याचिकाओं पर अब निर्णय लेने का समय आ गया है। विधान सभा अध्यक्ष नार्वेकर तो इस मामले को टालते जा रहे थे लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के दबाव में अब जल्दी इस मामले में सुनवाई होगी। विधान सभा अध्यक्ष नार्वेकर ने कहा है कि अब इस मामले में वे 13 तारीख को आधिकारिक सुनवाई करेंगे। महाराष्ट्र की राजनीति के लिए 13 तारीख काफी अहम है। इस दिन क्या होता है इस पर देश की निगाह भी टिकी होगी और खासकर इंडिया गठबंधन की निगाह तो होगी ही।
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बता दें कि शिंदे गुट (Maharashtra) के साथ गठबंधन करने वाले विधायकों की अयोग्यता पर निर्णय लेने में स्पीकर द्वारा अपने पैर खींचने के बाद शिवसेना के उद्धव गुट ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सीजेआई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ ने 18 सितम्बर को टिप्पणी की थी कि स्पीकर को शीर्ष अदालत की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए और उन्हें एक सप्ताह की अवधि के भीतर याचिकाओं पर सुनवाई का निर्देश भी दिया। बता दें कि उद्धव गुट ने चार जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी जिसमें आरोप लगाया था कि स्पीकर एकनाथ शिंदे को अवैध रूप से मुख्यमंत्री बनाये रखने के लिए अयोग्यता याचिकाओं पर निर्णय लेने में देरी कर रहे हैं।
लेकिन अब जब कुछ सामने है और अगले महीने स्पीकर सुनवाई करने वाले हैं तब साफ़ हो गया है कि महाराष्ट्र में बड़ा उलट फेर हो सकता है। बता दें कि महाराष्ट्र विधान सभा के स्पीकर नार्वेकर बीजेपी के विधायक भी हैं और वे इन दिनों लगातार दिल्ली आकर बीजेपी नेताओं के साथ मिल भी रहे हैं। इसी तरह से पिछले दिन ही गृह मंत्री शाह मुंबई जाकर शिंदे और फडणवीस से मिलकर आये हैं। इस मुलाकात को कई एंगिल से देखा गया। अजित पवार को इस मुलाकात से दूर ही रखा गया।
कहा जा रहा है कि स्पीकर ने भी निर्णय लिया तो शिंदे सरकार पर उसका असर पड़ेगा ही। सरकार जाएगी या विधान सभा भंग होगी यह नौबत भी आ सकती है।