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DG Jail’s Action: चित्रकूट जेल अधीक्षक, जेलर और डिप्टी जेलर सहित आठ जेलकर्मी निलंबित

पूरे मामले की जांच में जेल अधीक्षक, जेलर व डिप्टी जेलर के साथ-साथ पांच बंदी रक्षकों को दोषी ठहराया गया था। इसके बाद डीजी जेल के आदेश से चित्रकूट जेल अधीक्षक अनिल सागर, जेलर संतोष कुमार, डिप्टी जेलर पीयूष पांडे व पांच बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही डीजी जेल ने जेल अधीक्षक अनिल सागर के खिलाफ शासन से विभागीय जांच कराने की संस्तुति की है।

चित्रकूट । महानिदेशक जेल आनंद कुमार ने चित्रकूट जेल के अधिकारियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। लापरवाही पर डीजी जेल ने चित्रकूट के अधीक्षक अनिल सागर , जेलर संतोष कुमार और डिप्टी जेलर पीयूष पांडे सहित आठ सस्पेंड को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही जेल अधीक्षक अनिल सागर के खिलाफ विभागीय जांच के लिए शासन से संस्तुति की है।


महानिदेशक जेल की इस कार्रवाई से चित्रकूट सहित प्रदेश भर की जेलों में हड़कंप मचा हुआ है। बता दें कि माफिया मुख्तार अंसारी का पुत्र इस समय अब्बास अंसारी चित्रकूट जेल में बंद है। आरोपी अब्बास अंसारी से मिलने के लिए उसकी पत्नी निसबत की मुलाकत डिप्टी जेलर के कार्यालय में की थी। इस दौरान अब्बास अंसारी की पत्नी निसबत के पास दो मोबाइल फोन व कई प्रतिबंधित चीजें बरामद हुई थीं।

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जेल नियमों के मुताबिक किसी की मुलाकाती के जेल में फोन ले जाने पर प्रतिबंध है। अब्बास अंसारी की पत्नी निसबत के पास से दो मोबाइल फोन बरामद होने पर चित्रकूट जिलाधिकारी की ओर से अब्बास अंसारी की पत्नी व जेल प्रशासन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी।


आरोप है कि निसबत से मुलाकात के दौरान अब्बास अंसारी ने अपनी पत्नी के फोन से बात की थी। इस बात की शिकायत डीजी जेल से भी की गयी थी। मोबाइल और प्रतिबंधित सामान मिलने पर दर्ज हुए मुकदमें की जांच डीआईजी जेल प्रयागराज को सौंपी गई थी।


पूरे मामले की जांच में जेल अधीक्षक, जेलर व डिप्टी जेलर के साथ-साथ पांच बंदी रक्षकों को दोषी ठहराया गया था। इसके बाद डीजी जेल के आदेश से चित्रकूट जेल अधीक्षक अनिल सागर, जेलर संतोष कुमार, डिप्टी जेलर पीयूष पांडे व पांच बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही डीजी जेल ने जेल अधीक्षक अनिल सागर के खिलाफ शासन से विभागीय जांच कराने की संस्तुति की है।

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