ट्रेंडिंगन्यूज़बड़ी खबरबिहार

Nitish Kumar: जेल से बाहर आएंगे पूर्व सांसद आनंदमोहन, सीएम नीतीश ने दिए संकेत

बीते दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह के बयान दिए उससे लगता है कि सरकार भी चाहती है कि आनंद मोहन जल्द बाहर आएं.

Bihar News! पिछले कई सालों से जेल की सजा काट रहे बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन (Former MP Anand Mohan) की रिहाई की सम्भावना बढ़ गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के बीते दिनों जिस तरह के बयान दिए हैं उससे लगने लगा है कि सरकार भी चाहती है कि आनंद मोहन जल्द बाहर आएं। सीएम नीतीश (Nitish Kumar) ने अपने बयान में जो संकेत दिए हैं उससे आनंद मोहन के समर्थकों और उनके परिजनों को राहत मिल सकती है। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पटना में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि आपलोग चिंता मत कीजिए हमलोग लगे हुए हैं। आनेवालें दिनों में आपको रिजल्ट दिख जाएगा। आपको पता नहीं है कि हमलोग क्या कर रहें हैं। उनकी पत्नी से जाकर पूछ लीजिए। सीएम नीतीश (Nitish Kumar) ने कहा कि आपको जानकारी होने चाहिए कि उनकी गिरफ्तारी होने पर हमलोग उनसे मिलने भी गए थे। इसलिए अब चिंता करने की जरूरत नहीं है।

सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के इस बयान के बाद आनंद मोहन समर्थकों ने नारेबाजी भी की और नीतीश कुमार की वाहवाही भी। बता दें कई बिहार गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया हत्या कांड मामले में आनद मोहन को दोषी पाया गया था और उन्हें आजीवन जेल की सजा सुनाई गई थी। बाद में इस सजा में कई संसोधन भी किये गए। अभी मोहन बिहार के सहरसा जेल में बंद हैं। बता दें कि आनंद मोहन की राजनीति एक समय बिहार में खूब चली थी। उनकी पार्टी बिहार पीपुल्स पार्टी कई चुनाव में भाग ली थी। बिहार की राजनीति में आनंद मोहन का एक दबदबा भी रहा। उनकी पत्नी लवली आनद भी कई बार सांसद रही लेकिन सजा के बाद जैसी ही आनंद मोहन जेल गए उनकी पार्टी ख़त्म हो गई। उनके समर्थक निराश हो गए। लेकिन पुरे बिहार में उनके समर्थक आज भी मौजूद हैं।

Read: Latest News, Hindi news, हिंदी न्यूज़ | News Watch India

आनद मोहन के पुत्र इनदिनों राजद के साथ है और विधायक भी है। उम्मीद की जा रही है कि अगर आनंद मोहन जेल से बाहर आते हैं तो बिहार में फिर से एक नयी राजनीति की शुरुआत वे कर सकते हैं। समाजवादी और गांधीवादी विचारधारा के आनंद मोहन संभव है कि समाजवादी धारा की राजनीति के साथ अगर राजनीति को आगे बढ़ाएंगे तो नीतीश और लालू प्रसाद की राजनीति को बल मिल सकता है। मौजूदा राजनीति में उनकी जरूरत भी दिख रही है। क्योंकि आज भी युवाओं में आनंद मोहन के प्रति लगाव है और यही लगाव आनंद मोहन की अगली संभावित राजनीति की राह को खोल सकते हैं।

Akhilesh Akhil

Political Editor

Show More

Akhilesh Akhil

Political Editor

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button