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Indian Army: विश्र्व की महाशक्तियों के साथ भारतीय सेना का युद्धाभ्यास, चीन के फूले हाथ-पांव आखिर क्या है भारत सरकार की पूरी रणनीति?

रूस-यूक्रेन क्राइसेस के बीच (Indian Army) अब भारत ने भी बड़े स्तर विश्व की कई महाशक्तियों के साथ युद्ध अभ्यास शुरू कर दिया है. जिसकी वजह से चीन के कान खड़े हो गए हैं. रिपोर्ट में हम आपको भारत सरकार की पूरी रणनीति के बारे में बताते है.

नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन क्राइसेस के बीच (Indian Army) अब भारत ने भी बड़े स्तर विश्व की कई महाशक्तियों के साथ युद्ध अभ्यास शुरू कर दिया है. जिसकी वजह से चीन के कान खड़े हो गए हैं. रिपोर्ट में हम आपको भारत सरकार की पूरी रणनीति के बारे में बताते है.

जंग में हथियारों के साथ मजबूत कूटनीति जरूरी

भारत इस वक्त एक बड़े युद्ध की तैयारी में लगा है. रूस-यूक्रेन जंग के परिणामों को देखते हुए भारत ने कई बड़े सबस सीखे हैं. भारत अब ये जानता है कि जंग में हथियारों के साथ मजबूत कूटनीति भी बेहद जरूरी है. खुशी की बात ये है कि भारत अपनी इस रणनीति में सफल होता भी दिख रहा है.

आपको बता दें कि आने वाले समय में भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा चीन होगा. ऐसे में भारत को अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने के साथ दुनिया के मजबूत देशों को भी अपने पक्ष में रखनाा होगा. इसी को देखते हुए भारत शान्ति काल में एक के बाद एक बड़े कदम उठा रहे है.

चीन भारत का सबसे बड़ा दुश्मन है और भविष्य को देखते हुए भारत रूस और अमेरिका दोनों को साथ लेकर चल रहा है. ये बात सभी जानते हैं कि चीन के खतरे को देखते हुए भारत रूस और अमेरिका दोनों ही महाशक्तियों को साथ लेकर चल रहा है. इसी वजह से भारत रूस में तो मौजूद है ही, लेकिन इसके साथ ही अमेरिका के साथ युद्ध अभ्यास भी कर रहा है.

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बता दें भारत लगभग एक ही समय में तीन बड़े युद्ध अभ्यास भी कर रहा है. वहीं अमेरिका फ्रांस जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर जंग की तैयारी कर रहा है. और पाकिस्तान की सीमा पर फ्रांस के साथ मिलकर विमानों से तहलका मचाया.

इन देशों के साथ मिलकर मालाबार युद्ध अभ्यास

भारत औऱ फ्रांस के बीच हुई गरुण एक्सरसाइज के दौरान पाकिस्तान की सीमा के पास जोधपुर एयरबेस से राफेल, तेजस, जगुआर और सुखोई जैसे लड़ाकू विमानों ने उढ़ान भर कर पाकिस्तान की धड़कनें बढ़ा दी थी और चीन को कड़ा संदेश देते हुए अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर मालाबार युद्ध अभ्यास में हिस्सा लिया.

आपको बता दें मालाबार युद्ध अभ्यास इस बार चीन के करीब जापान में हो रहा है. जहां भारत ने अपने जंगी जहाजों को भेज दिया है. गरूण और मालाबार युध्द अभ्यास के अलावा भारत अब अमेरिका के साथ चीनी सीमा के पास भी वॉर गेम्स शुरू करने वाला है. चीन की सीमा के पास और में भारत और  अमेरिका के बीच ज्वाइंट एक्सरसाइज हुई. यानी ये दोनों ही देश चीन के पास अंधाधुंध गोलियां बरसाएंगे. दोनों देशों की सेनाएं 9 हाजार फुट की ऊंचाई पर ये अभ्यास करेंगी.

बताते चलें कि भारतीय सेनाओं के लिए नवंबर का महीना बहुत महत्वपूर्ण है. क्योंकि इस माह में भारतीय सेनाएं विदेशी सेनाओं के साथ युद्ध अभ्यास करती हैं. वहीं भारत का रूस के साथ मजबूती से खड़े रहना, और उसी समय अमेरिका और रूस के साथ युध्द अभ्यास को एक जबरदस्त कूटनीति के रुप में देखा जा रहा है, और इसे भारत की सफल विदेश नीति माना जा रहा है.

अमेरिका जापान और रूस जैसी महाशक्तियों के साथ भारत के युध्द अभ्यास से चीन की सांसे भी फूल गई हैं. वहीं भारतीय सेना भी देश के दुश्मनों को मिटाने के लिए पूरी तरह से आत्मनिर्भर है.

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Neetu Pandey

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