Iran Anti Hijab Protest:हिजाब को लेकर मौलवी के विवादित बयान से ईरान में घमासान,प्रदर्शनकारी महिलाओं को है मौलवी की तलाश.
Women wearing hijab: ईरान में इमाम और मौलवी ऐसे बयान दे रहे हैं. जिन्हें सुनकर आप भी कहेंगे क्याn सच में हम 21वीं सदी में हैं. एक मौलवी का कहना है कि महिलाओं को अभी हिजाब नहीं पहनाया तो गर्मी में ये कपड़े उतार कर रोड पर आ जाएंगी.
ईरान में हिजाब को लेकर बवाल चल ही रहा था कि, एक मौलवी और ईमाम इसके बीच में कूद पड़े, ईरान में मुस्लिम महिलाएं हिजाब को लेकर बवाल कर रही थी, बवाल मौलवी के बयानों को लेकर था. मौलवी का बयान ये था कि ईरान में बारिश इसलिये नहीं हुई कि, यहां महिला हिजाब नहीं पहन रही है. वहां कुछ महिला हिजाब पहनने को लेकर लगातार मांग कर रही है. लेकिन ये विवाद उस वक्त और बढ़ गया जब इस प्रदर्शन में एक 22 साल की महिला मौत के आगोश में समा गई. ईरान में इसे लेकर मौलवी कह रहे हैं कि हिजाब कानून बहुत जरूरी है लेकिन कछ मौलवियों ने अनाब-सनाब बयान देकर सारी हदें पार कर दी है.एक मौलवी ने तो यहां तक कह दिया कि, अगर इन्होंने अभी हिजाब नहीं पहना तो गर्मी में ये कपड़े उतार देंगी.वहीं एक इमाम कहता है कि इनकी वजह से बारिश नहीं हुई.
देखते ही देखते ईरान के मौलवी और ईमाम का ये बयान पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है.आगे मौलवी कहते हैं कि, लोगों को गलत तरीके से हिजाब पहनने वाली महिलाओं को अलर्ट करना चाहिए, और उनके खिलाफ चुपचाप नहीं बैठना चाहिए.नहीं तो, वे महिलाएं और लड़कियां गर्मियों में बिना कपड़ों के सड़कों पर आ जाएंगी.आपने जो पढ़ा और जो सुना, सही पढ़ा. ईमाम और मौलवी ने ईरान में कम बारिश होने की वजह हिजाब बता रहा हैं.आगे मौलवी कहता हैं ईरान में जल संकट की वजह महिलाओं का हिजाब नहीं पहनना है. इसके अलावा ईरान के सुप्रीम लीडर के करीबी मोहम्मद-मेहदी हुसैनी हमदानी ने भी कुछ ऐसा ही बयान दिया था.उन्होंने कहा था कि हिजाब के नियमों को तोड़कर महिलाओं ने देश भर में बारिश की कमी पैदा कर दी है.इमाम का कहना है कि जो महिलाएं हिजाब नहीं पहनती हैं.उन्हें सजा होनी चाहिए, दरसल, ईरान में 22 साल की महसा अमीनी की मौत के बाद से ही वहां विरोध प्रदर्शन चल रहा हैं.कुछ लड़कियों को गलत तरीके से हिजाब पहनने पर गिरफ्तार कर लिया गया था.लेकिन अमीनी के समर्थन में आकर कई महिलाओं ने भी हिजाब पहनना ही बंद कर दिया था.अब वो परंपरावादी नियमों के खिलाफ खुलकर विरोध कर रही हैं.और उन नियमों को तोड़ भी रही हैं.